क्या आपने कभी सोचा है कि गरमा गरम एक कप चाय कैसे आपको ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ दे सकती है? ये बात तमाम वैज्ञानिक शोधों में भी साबित हो चुकी है कि चाय की चुस्की से कैंसर, मोटापा और डिहाइड्रेशन सहित कई पुरानी हेल्थ प्रॉब्लम्स को दूर किया जा सकता है। वैज्ञानिक ने अध्ययनों के हवाले से कहा है कि दिन में तीन से चार कप चाय पीना पानी पीने से बेहतर विकल्प है, क्योंकि चाय शरीर को एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करती है जो कि हमारी कोशिकाओं से फ्री रेडिकल्स को हटाते हैं और ऑक्सीकरण से होने वाले नुकसान को रोकते हैं।
चाय एक नहीं बल्कि कई प्रकार की होती है और सबकी अपनी-अपनी खासियत है। यहां हम आपको चाय के आठ से अधिक प्रकार के बारे में जिक्र कर रहे हैं। ऐसे में हमारे मन में यह उचित प्रश्न उठता है कि कौन सी चाय हमारी सेहत के लिए सबसे अधिक फायदेमंद है? आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं…
अदरक की चाय
भारतीय घरों में सबसे ज्यादा इसी चाय का सेवन किया जाता है। यह चाय के सबसे आम प्रकारों में से एक है। इस चाय का सेवन करने का सबसे अच्छा समय सुबह का है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है जो शरीर में सूजन को कम करके आपके दिल को स्वस्थ रख सकती है। चाय स्वाभाविक रूप से किसी भी दर्द को कम करने में मददगार है। ये मतली को ठीक करती है और कब्ज से राहत देती है।
नींबू चाय (Lemon Tea)
यह चाय स्वाभाविक रूप से पोषण का खजाना है और पेट, लिवर, दिल और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इस चाय की खुशबू भी लाजवाब है और इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें चुटकी मिंट एसेंस या एक चुटकी दालचीनी पाउडर (cinnamon powder) भी मिला सकते हैं। यह डिप्रेशन और चिंता को कम करने में भी मदद करती है, जो कि COVID के दौरान हर किसी की मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है।
मसाला चाय (Masala Tea)
अपनी लाजवाब खुशबू और स्वाद के कारण भारत की यह बेहद लोकप्रिय चाय है। रोज मसाला चाय के सेवन से आप कई तरह की बीमारियों से अपना बचाव कर सकते हैं। मसाला चाय जैसा कि नाम से पता चलता है, यह इलायची, अदरक, दालचीनी और काली मिर्च सहित विभिन्न भारतीय मसालों और जड़ी-बूटियों का मिश्रण है।
यह सूजन को कम करने में मदद करती है और इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ-साथ पाचन में सहायता करती है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन, गर्म और उमस भरे मौसम में मसाला चाय कम मात्रा में पीना चाहिए। सुबह और शाम में दो कप सेवन करने के लिए बिल्कुल ठीक हैं।
इलायची चाय (Cardamom Tea)
यह भारतीय घरों में पाई जाने वाली चाय के प्रकारों में से एक है जो पाचन संबंधी बीमारियों में मदद करती है। इस मसाले का उपयोग पेट को सुकून देने वाली चाय बनाने के लिए भी किया जाता है। इलायची एंटीऑक्सिडेंट का एक पूरा पैक है।
यह चाय खांसी और सर्दी से इलाज जैसे कई स्वास्थ्य लाभ भी सुनिश्चित करती है, रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है। इसके साथ ही ये ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित करती है और मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करने में भी मदद करती है।
इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करता है Green Tea
तमाम शोध में पाया गया है कि ग्रीन टी में शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (ईजीसीजी) होता है, फास्टिंग ब्लड शुगर को कम कर सकता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ा सकता है। चाय अग्नाशयी कोशिकाओं (pancreatic cells) को डैमेज होने से भी बचाती है और सूजन को कम करती है। इसलिए ये डायबिटीज रोगियों के लिए भी फायदेमंद हो सकती है।
Neurodegenerative रोगों के लिए फायदेमंद है चाय
नियमित चाय के सेवन से अल्जाइमर रोग और अन्य न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग होने का खतरा कम हो सकता है। अगर आप रोज एक कप ब्लैक टी पीते हैं तो डिमेंशिया और अल्जाइमर होने का खतरा कम होता है। शोध में यह बात समाने आई कि ब्लैक टी में प्रचुर मात्रा में फ्लेवेनाल्स पाए जाते हैं, यह एक ऐसा पोषक तत्व होता है जो दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह चाय स्मृति को भी बढ़ाने में भी मददगार है।