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गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप ने इटली की कंपनी बिसियाच एंड कैरू के साथ की साझेदारी
इस साझेदारी के ज़रिये महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की विनिर्माण क्षमता को मज़बूत करने और अत्याधुनिक स्वचालन समाधान प्रदान करने की योजना
मुंबई: गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप के अंग गोदरेज एंड बॉयस के टूलिंग व्यवसाय ने भारत में उन्नत रेलवे और एयरोस्पेस उपकरण बनाने के लिए इटली की स्वचालन विशेषज्ञ (ऑटोमेशन स्पेशलिस्ट) कंपनी, बिसियाच एंड कैरू (Bisiach & Carru) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की। यह रणनीतिक साझेदारी भारत की विनिर्माण क्षमता के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और सरकार की मेक इन इंडिया पहल का समर्थन करती है। यह गठजोड़ शुरू में उच्च स्थानीय विनिर्माण प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करेगा और फिर क्षमता विकास के साथ इसे आगे बढ़ाने की योजना है।
यह रणनीतिक गठजोड़ भारत के विनिर्माण विकास के लिहाज़ से उल्लेखनीय मौके पर हुआ है, जो महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता के लिए देश के प्रयास के अनुरूप है। यह गठजोड़ भारतीय रेलवे, मेट्रो परियोजनाओं और एयरोस्पेस उद्योग की तेज़ी से बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करेगी। ये ऐसे क्षेत्र जो भारत के बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी उन्नति की रीढ़ हैं। इस भागीदारी के तहत उन्नत रोबोटिक स्पॉट वेल्डिंग प्रणाली सहित परिष्कृत उपकरण का निर्माण किया जाएगा, जिससे उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता बढ़ेगी। साथ ही उच्च परिशुद्धता (प्रेसिज़न) वाले जिग्स और फिक्स्चर बनेंगे जो कोच निर्माण में असाधारण सटीकता सुनिश्चित करेंगे, भारत की विनिर्माण से जुड़ी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार विशेष स्वचालन समाधान (ऑटोमेशन सॉल्यूशन) और अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों को पूरा करने वाली अत्याधुनिक असेंबली मशीनरी तैयार होगी।
गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप के टूलिंग व्यवसाय के कार्यकारी उपाध्यक्ष और बिजनेस हेड पंकज अभयंकर ने कहा, “बिसियाच एंड कैरू (Bisiach & Carru) के साथ हमारी भागीदारी रेलवे और एयरोस्पेस उपकरणों में उन्नत स्वचालन (ऑटोमेशन) और प्रेसिज़न इंजीनियरिंग की शुरुआत कर भारत के विनिर्माण परितंत्र को मज़बूत करती है। बीएंडसी (B&C) की वैश्विक क्षमताओं के साथ अपनी विशेषज्ञता को जोड़कर, हम भारत की उभरती हुई बुनियादी ढांचा आवश्यकताओं के अनुरूप विश्व स्तरीय समाधान ला रहे हैं। यह सहयोग स्थानीय विनिर्माण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के स्पष्ट खाके के साथ ‘मेक इन इंडिया’ दृष्टिकोण के अनुरूप है। इसके ज़रिये हमारा लक्ष्य है, महत्वपूर्ण उद्योगों में लागत प्रतिस्पर्धात्मकता, दक्षता, गुणवत्ता और प्रौद्योगिकी नवोन्मेष बढ़ाना।”