घर में ऐसी स्त्री होने से मौत के समान हो जाती है जिंदगी, उठाना पड़ता है कष्ट
आचार्य चाणक्य को भारत का विद्वान और कुशल कुटनीतिक माना जाता है. उन्होंने मानव जीवन को लेकर बहुत सी बातें अपने नीति शास्त्र में बताई हैं. उनकी बातों को ‘चाणक्य नीति’ नाम के शास्त्र में संकलित किया गया है. उनके बातों का अनुसरण कर कई महान लोगों ने जीवन में सफलता अर्जित की है. आचार्य चाणक्य का कहना है कि अगर घर में सही स्त्री न हो तो जीवन नरक के समान हो जाता है.
व्यभिचारिणी स्त्री
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में कहा है कि कुछ भी करने से पहले मनुष्य के लिए आवश्यक है कि उसे इस बात का ज्ञान हो कि वह कार्य करने योग्य है या नहीं. मूर्ख शिष्य को उपदेश देना और व्यभिचारिणी स्त्री का पालन पोषण करने से व्यक्ति को काफी कष्ट उठाना पड़ सकता है.
कठोर वचन
चाणक्य नीति के अनुसार, कठोर वचन बोलने वाली स्त्री, दुष्ट स्वभाव वाला मित्र सांप के समान होते हैं. ऐसे लोगों से बचकर रहना चाहिए, वरनता जिंदगी मृत्यू के समान हो जाता है.
दृष्ट स्त्री
उनका कहना है कि जिस घर में दृष्ट स्त्रियां होती हैं, उस घर के मालिक की स्थिति मृतक के समान हो जाती है. ऐसी स्त्री कभी सुधर नहीं सकती और उस पर किसी का वश नहीं चलता है. दुष्ट स्वभाव का मित्र भी विश्वास के योग्य नहीं होता, न जानें वह कब धोखा दे दे.
बचत
चाणक्य ने अपनी नीति में कहा है कि बुद्धिमान व्यक्ति को बुरे समय के लिए थोड़ा धन अवश्य बचाकर रखना चाहिए. वहीं, समय पड़ने पर इस धन को खर्च कर अपनी पत्नी की रक्षा करनी चाहिए, क्योंकि मुश्किल समय में पत्नी ही काम आती है.