तेंदूपत्ता बोनस वितरण में भारी अनियमितता: एसीबी-ईओडब्ल्यू ने की एक साथ छापेमारी
सुकमा। तेंदूपत्ता बोनस वितरण में भारी अनियमितताओं की आशंका के चलते आज सुबह भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (एसीबी) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) की संयुक्त टीम ने जिले में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। यह छापेमारी सुकमा जिले के कोन्टा, एर्राबोर और पलाचलमा क्षेत्रों में स्थित तेंदूपत्ता प्रबंधकों के आवासों पर एक साथ चार विभिन्न ठिकानों पर की गई।
जानकारी के अनुसार, इस बहुचर्चित घोटाले में न केवल तेंदूपत्ता प्रबंधकों बल्कि कुछ राजनीतिक हस्तियों की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के कुछ वरिष्ठ नेताओं के घरों पर भी छापेमारी की गई है और उनसे विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
तेंदूपत्ता बोनस वितरण प्रक्रिया में लंबे समय से पारदर्शिता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इसी सिलसिले में इससे पहले वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी जांच के घेरे में लाया गया था। सुकमा के वन मंडल अधिकारी से इस मामले में पूछताछ की जा चुकी है और कुछ दस्तावेज भी जब्त किए गए थे। एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीमों ने आज की कार्रवाई में बड़ी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनकी सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस घोटाले में कई नए नाम और महत्वपूर्ण जानकारियां जल्द ही सामने आ सकती हैं।
यह छापेमारी न सिर्फ सुकमा जिले, बल्कि पूरे राज्य में एक बड़ा संदेश मानी जा रही है कि शासन-प्रशासन तेंदूपत्ता वितरण से जुड़े किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।