महाराणा प्रताप महाविद्यालय में हिंदी सप्ताह समारोह का समापन
बिलासपुर. महाराणा प्रताप महाविद्यालय,उस्लापुर एवं विश्व हिंदी परिषद छत्तीसगढ़ प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी सप्ताह का समापन समारोह पूर्वक धूमधाम से हुआ।समारोह के मुख्य अतिथि डॉ.विनय कुमार पाठक (कुलपति, थावे विद्यापीठ गोपालगंज, बिहार,विशिष्ट अतिथि डॉ.बी.एल. गोयल संरक्षक,शिवाजी राव शिक्षण समिति पीपरतराई के विशिष्ट अतिथि डॉ.संगीता बनाफर अध्यक्ष, विश्व हिंदी परिषद, छत्तीसगढ़ प्रकोष्ठ एवं प्राचार्य डॉ.अनिता सिंह की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
सर्व प्रथम माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया।तत्पश्चात प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ , शाल ,श्री फल भेंटकर स्वागत किया।उन्होंने स्वागत भाषण दिया तथा सभी को हिन्दी दिवस की बधाई दी ।
मुख्य अतिथि डॉ.विनय कुमार पाठक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने सुना होगा कि कोयल अपनी भाषा बोलती है इसलिए स्वतंत्र रहती है तथा तोता दूसरे की भाषा बोलता है इसलिए पिंजरे में कैद रहता है । आप अपनी भाषा बोलें।आपकी अपनी भाषा आपको आगे बढ़ाने में सदैव मदद करेगी ।
महाराणा प्रताप महाविद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ. सचिन यादव ने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि हमें आगे बढ़ाना है तो अंग्रेजी के साथ हिंदी को भी जानना आवश्यक है।हिंदी ही ऐसी भाषा है जो हमारे संस्कारों को जीवंत रखती है । डॉ.संगीता बनाफर ने हिंदी को अपनी मातृ भाषा बताते हुए कहा कि हिंदी हमारी माँ जैसी है।इस कविता के माध्यम से अपने भावों को व्यक्त किया –
हिंदी मेरी माँ की भाषा
जैसे माँ की मोहक वाणी है।
जिसके हर अक्षर में स्नेह
और प्रेम की रवानी है।
हिंदी सप्ताह के अंतर्गत महाविद्यालय में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने हेतु छात्रों से अनेक गतिविधियाँ कराई गयीथीं।इसमें मुख्य रूप से हिंदी प्रश्नोत्तरी, निबंध प्रतियोगिता ,भाषण प्रतियोगिता, काव्य पाठ, कहानी सुनाओ प्रतियोगिता एवं पुस्तक वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को विश्व हिंदी परिषद के अधिका- रियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया ।
. मंच संचालन राज श्रीवास एवं आदित्य ने किया। आभार प्रदर्शन सपना मार्को ने किया ।
इस अवसर पर सभी शिक्षकगण एवं अत्यधिक संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित थीं।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।