हिरण्यकश्यप भी खुद को भगवान बताता था वही हाल आरएसएस के नेताओं का

रायपुर. राम माधव के द्वारा कलयुग में आरएसएस को द्वापर युग के भगवान श्री कृष्ण जी और त्रेता युग के मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी की तरह बताए जाने वाले बयान की कड़ी निंदा करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राम माधव ने कलयुग में आरएसएस की तुलना द्वापर युग के भगवान श्री कृष्ण जी और त्रेता युग के मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम जी से कर हिंदुओं के आस्था भवनाओं को चोट पहुंचाया है और हिंदुओं के 33 कोटि देवी देवताओं का अपमान किया है। राम माधव के इस बयान के लिए आरएसएस को देश के हिंदुओं से माफी मांगना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि दैत्य राजा हिरण्यकश्यप को भी खुद के भगवान होने का गुमान हो गया था और द्वापर युग में अर्जुन को भगवान श्री कृष्ण जी का परम भक्त होने का गुमान हो गया था हिरण्यकश्यप के अहंकार को गुमान को भगवान ने नरसिंह अवतार लेकर तोड़ा था और कृष्ण जी ने अर्जुन के कृष्ण के सबसे बड़े भक्त होने के गुमान को तोड़ा था। आरएसएस के नेता इतने अहंकारी हो गए हैं कि वे अब आरएसएस की तुलना देवी देवताओं से करने लग गए इनका भी गुमान और घमंड टूटेगा। और जैसे कृष्ण जी ने अर्जुन के सबसे बड़े भक्त होने का घमंड गुमान को तोड़ा था वैसे ही हिंदू भी अब आरएसएस के हिंदुओं के रक्षक होने के गुमान को तोडेंगे। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि खुद को भगवान बताना या किसी संगठन की तुलना भगवान से करना एक प्रकार से मानसिक रूप से बीमार होने का लक्षण है। राम माधव ने आरएसएस की तुलना मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम जी एवं भगवान श्री कृष्ण जी से कर अपने मानसिक स्थिति को उजागर किया है ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे मानसिक रूप से स्वस्थ करें दीर्घायु रखे।

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