‘मैं अमिताभ बच्चन हूं’, लॉर्ड्स में भारत की ऐतिहासिक जीत के हीरो मोहम्मद कैफ ने क्यों कहा ऐसा?
नई दिल्ली 19 साल पहले आज ही दिन के क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले ‘लॉर्ड्स’ के मैदान पर नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल (NatWest Trophy Final) में नाबाद 87 रनों की पारी खेलकर मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) हीरो बन गए थे. मोहम्मद कैफ की पारी के दम पर टीम इंडिया ने फाइनल में इंग्लैंड को हराकर नेटवेस्ट ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया था. मोहम्मद कैफ ने युवराज सिंह के साथ मिलकर भारत को इंग्लैंड पर ऐतिहासिक जीत दिलाई थी. युवराज ने 69 रनों की शानदार पारी खेली थी.
जीत के बाद अमिताभ बच्चन जैसा लगा
दोनों ने मिलकर अंग्रेज गेंदबाजों की बखिया उधेड़ते हुए टीम इंडिया को जीत दिला दी. इस जीत के हीरो मोहम्मद कैफ को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया. भारत को इंग्लैंड पर ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले मोहम्मद कैफ ने बताया कि उन्हें जीत के बाद अमिताभ बच्चन जैसा महसूस हो रहा था. एक अंग्रेजी अखबार ने मोहम्मद कैफ के हवाले से लिखा, ‘जब मैं अपने होमटाउन इलाहाबाद लौटा तो मीडिया का ध्यान बहुत ज्यादा था.
खुली जीप में सवार थे कैफ
सड़क पर लोग फूल-मालाएं लेकर खड़े हुए थे. लोग नारे लगा रहे थे. मुझे ऐसा लगा जैसे मैं अमिताभ बच्चन हूं.’ मोहम्मद कैफ ने बताया, ‘जब मैं छोटा था तो मैंने अमिताभ बच्चन को चुनाव जीतने के बाद अपने गृह नगर इलाहाबाद में जीप में घूमते देखा था.’ कैफ ने कहा, ‘इंग्लैंड पर ऐतिहासिक जीत के बाद जब मैं अपने होमटाउन इलाहाबाद लौटा तो मुझे भी खुली जीप पर ले जाया गया. मेरे घर का पांच-छह किलोमीटर का सफर तय करने में मुझे करीब तीन-चार घंटे का वक्त लगा. मुझे ऐसा लगा जैसे मैं अमिताभ बच्चन हूं.’
युवराज के साथ मिलकर रचा इतिहास
इस मैच में विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए गांगुली और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी की थी, लेकिन यहां से टीम अचानक से लड़खड़ा गई और 24 ओवरों में उसका स्कोर 146 रनों पर पांच विकेट हो गया. गांगुली के आउट होने के बाद भारत ने नियमित अंतराल पर सहवाग, दिनेश मोंगिया, राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के विकेट खो दिए. यहां से कैफ और युवराज ने पारी को संभाला और दोनों ने मिलकर 106 गेंदों पर 121 रनों की साझेदारी की. दोनों ने भारत को वापस मैच में ला दिया और टीम इंडिया को जीत की दहलीज पर ले गए.