March 21, 2021
आईजी रतनलाल डांगी का युवाओं के नाम खुला पत्र
आईजी रतन लाल डांगी ने मिशन-Guide_the _youth_Grow_the_Nation की श्रृंखला में लिखा है
मैं अपने अनुभव आपके साथ सांझा कर रहा हूं जो कि आप युवाओं के लिए कुछ काम आ सकते हैं l जैसे एक अनुशासित रूटीन का पालन जरूरी है।सुबह सूर्योदय से पहले उठिए। भर पेट पानी पीजिए ।दैनिक क्रिया से निवृत होकर कम से कम एक घंटा कोई भी फिजिकल ए्टिविटी कीजिए । जिससे शरीर से पसीना निकलने लग जाए ।
कुछ अच्छा पढ़िए या सुनिए। बिना तला हुआ नाश्ता/खाना खाईए ।जो भी काम आप करते हैं शांत मन से कीजिए ।
अनावश्यक किसी से भी मत उलझिए ।कोशिश कीजिए की गुस्सा भी आए तो भी थोड़े समय के लिए चुप रहिए ।
अच्छे लोगों का साथ चुनिए जो आपको उत्साहित करते हो, नकारात्मक सोच वाले ना हों, अनुशासित हो, समय की कीमत समझने वाला हों,सही सलाह देते हों, आपकी प्रगति से प्रसन्न होते हों।अपने माता पिता व परिवार के सदस्यों के प्रति कभी भी उग्र ना हों ।सफलता एवम् असफलता दोनों को उनके साथ शेयर कीजिए ।यदि हताश निराश महसूस कर रहे हों तो छोटे बच्चों के साथ समय गुजारिए। जरूरतमंद की मदद करने निकल जाइए।अपनी समस्या को मित्रों एवम् परिवार जनों के साथ शेयर कीजिए ।अपने कार्य स्थल से समय पर घर पहुंचे । कितना भी थका हुआ महसूस कर रहे हों तो भी, किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहिए ।
शाम का खाना भी समय पर ले लीजिए ।सोशल मीडिया पर भी अनावश्यक समय बर्बाद ना करें और साथ में अनुशासित भी रहें ।महिलाओं एवम् वरिष्ठ जनों का रेस्पेक्ट कीजिए ।
अपने शिक्षकों का रेस्पेक्ट कीजिए।क्राइम से दूर रहिए ।वित्तीय अनुशासन का भी पालन कीजिए ।जल्दी सो जाइए जिससे जल्दी उठ सकें।प्रकृति एवम् हर उस व्यक्ति के प्रति कृतज्ञ बनें,जिसने आपको सपोर्ट किया है।
मैं अपने अनुभव आपके साथ सांझा कर रहा हूं जो कि आप युवाओं के लिए कुछ काम आ सकते हैं l जैसे एक अनुशासित रूटीन का पालन जरूरी है।सुबह सूर्योदय से पहले उठिए। भर पेट पानी पीजिए ।दैनिक क्रिया से निवृत होकर कम से कम एक घंटा कोई भी फिजिकल ए्टिविटी कीजिए । जिससे शरीर से पसीना निकलने लग जाए ।
कुछ अच्छा पढ़िए या सुनिए। बिना तला हुआ नाश्ता/खाना खाईए ।जो भी काम आप करते हैं शांत मन से कीजिए ।
अनावश्यक किसी से भी मत उलझिए ।कोशिश कीजिए की गुस्सा भी आए तो भी थोड़े समय के लिए चुप रहिए ।
अच्छे लोगों का साथ चुनिए जो आपको उत्साहित करते हो, नकारात्मक सोच वाले ना हों, अनुशासित हो, समय की कीमत समझने वाला हों,सही सलाह देते हों, आपकी प्रगति से प्रसन्न होते हों।अपने माता पिता व परिवार के सदस्यों के प्रति कभी भी उग्र ना हों ।सफलता एवम् असफलता दोनों को उनके साथ शेयर कीजिए ।यदि हताश निराश महसूस कर रहे हों तो छोटे बच्चों के साथ समय गुजारिए। जरूरतमंद की मदद करने निकल जाइए।अपनी समस्या को मित्रों एवम् परिवार जनों के साथ शेयर कीजिए ।अपने कार्य स्थल से समय पर घर पहुंचे । कितना भी थका हुआ महसूस कर रहे हों तो भी, किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहिए ।
शाम का खाना भी समय पर ले लीजिए ।सोशल मीडिया पर भी अनावश्यक समय बर्बाद ना करें और साथ में अनुशासित भी रहें ।महिलाओं एवम् वरिष्ठ जनों का रेस्पेक्ट कीजिए ।
अपने शिक्षकों का रेस्पेक्ट कीजिए।क्राइम से दूर रहिए ।वित्तीय अनुशासन का भी पालन कीजिए ।जल्दी सो जाइए जिससे जल्दी उठ सकें।प्रकृति एवम् हर उस व्यक्ति के प्रति कृतज्ञ बनें,जिसने आपको सपोर्ट किया है।