अवैध उत्खनन का मामला : रसूखदार नेताओं पर उठ रही ऊंगलियां


बिलासपुर/अनिश गंधर्व. अरपा नदी में अवैध तरीके से उत्खनन करने वाले माफियाओं के एक बड़े गिरोह पर जिला प्रशासन की मेहरबानी के कारण नदी की दशा दयनीय हो चुकी है। ग्रामीण खनिज विभाग द्वारा की गई जब्ती की कार्यवाही को दिखावा बता रहे हैं। लगातार शिकायतों के बाद भी रेत माफिया अवैध उत्खनन कर नदी की गहराई को नापते रहे। जिसके चलते पर्यावरण पर खतरा मंडाराने लगा है। वहीं बारिश के दिनों में खोदे गए गड्ढे के कारण नदी विकराल रूप भी ले सकती है। बेखौफ होकर अवैधानिक तरीके से किए गए उत्खनन से ग्रामीणों को गहरा झटका लगा है। वे पर्दे के पीछे बैठे रसूखदार नेताओं के खिलाफ अब खुलकर बोलना शुरू कर दिये हैं। जिला पंचायत सदस्य मीनू सुमंत यादव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधीश से लिखित में शिकायत की है।

जिले में रेत की कालाबाजारी मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर की गई।  ठेकेदार चिन्हांकित एरिया से कहीं ज्यादा बढ़-चढ़कर खोदाई कर रेत को कालाबाजार में बेचते रहे। इसी तरह अवैध घाटों से हो रहे उत्खनन की भी जानकारी ठेकेदारों ने जिला प्रशासन को देना उचित नहीं समझा। बताया जा रहा है कि राजनीतिक संरक्षण प्राप्त रेत माफिया का एक बड़ा गिरोह खनिज विभाग पर दबाव बनाकर काम कर रहा है। यहीं कारण है कि ग्रामीणों की शिकायतों पर अमल नहीं किया गया। लेकिन अब पानी सिर के ऊपर से निकलने लगा है,चारों ओर रोष व्याप्त है।

जिलाधीश से की गई शिकायत में जिला पंचायत सदस्य मीनू सुमंत ने बताया कि तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम निरतू, लोखंडी, तुर्काडीह, घुटकू, लमेर में नदी से रोजाना 200 से 300 ट्रिप हाइवा और टेक्टर से रेत निकालकर कालाबाजारी की गई है। अवैध उत्खनन करने माफियाओं ने रास्ते और सब्जी भाजी की बाडिय़ों को भी नष्ट कर दिया  है। इतना सबकुछ होने के बाद भी खनिज महकमा चुपचाप शांत बैठा रहा। हो हल्ला मचते देख विभाग द्वारा खानापूर्ति की कार्रवाई की गई है। आखिर किसके इशारे पर खनिज अमला काम कर रहा है? ठेके पर दिए गए रेत घाटों का सीमांकन किसके इशारे पर नहीं किया गया? रेत माफियाओं को बचाने का आरोप ग्रामीण खनिज विभाग के अफसरों पर लगा रहे हैं। विधाानसभा में भी बिलासपुर जिले में हो रहे अवैध उत्खनन का मामला गूंज चुका है। जनहित में मुख्यमंत्री को राजस्व की चोरी रोकने और सरकार की हो रही बदमानी को देखते हुए रेत माफियाओं को उखाड़ फेंकने की आवश्यकता है।

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