तिफरा सब्जी मंडी में हुए मारपीट के मामले में पीडि़तों ने लगाया पुलिस पर लीपापोती का आरोप
आपसी स्पर्धा के चलते यहां आये दिन हो रही मारपीट की घटना
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व। तिफरा सब्जी मंडी व्यापार संघ में करीब 85 सदस्य है, किंतु यहां आपसी स्पर्धा के चलते मारपीट व गुण्डागर्दी की घटनाएं हो रही है। कोई दो माह पूर्व दो व्यापारियों के बीच हुए विवाद के बाद पिता पुत्र पर जानलेवा हमला किया गया। पीडि़त व्यापारी को रोजाना धमकी दी जा रही है। इस गंभीर मामले में सिरगिट्टी पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई उल्टे पीडि़त पक्ष को थाने में बुलाकर रसूखदार व्यापारियों के सामने धमकाया गया। घटना के दो बाद भी पीडि़त पक्ष पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहा है। सब्जी मंडी संघ प्रमुख राजनीतिक पहुंचकर होने के कारण अभी तक पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में रखा है। इस गंभीर मामले की शिकायत पुलिस के आला अधिकारियों से भी की गई है। प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए तिफरा सब्जी मंडी के व्यवसायी धीरज कछवाहा ने बताया कि उनके पिता दिनेश प्रसाद कछवाहा और भाई विकास कछवाहा पर हुए जानलेवा हमला किया गया। घटना को लगभग दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है। सब्जी व्यापारी रामकुमार साहू ने अपने बेटों के साथ मिलकर धीरज कछवाहा के परिवार पर जानलेवा हमला किया। इस हमले में विकास कछवाहा को बुरी तरह पीटा गया और उनके पिता दिनेश प्रसाद कछवाहा के सिर पर लोहे की रॉड से हमला किया गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। हमले के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, और उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों ने बताया कि उनके सिर की चोटें गंभीर हैं और पूरी तरह से ठीक होने में महीनों लग सकते हैं। पुलिस की निष्क्रियता से हिम्मत पाए आरोपी अब खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़ित परिवार पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। रामकुमार साहू और उनके बेटे राजनीतिक और व्यापारिक दबाव डालकर पीड़ितों को धमका रहे हैं। धीरज कछवाहा को सब्जी मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष मुकेश अधीजा ने भी पांच दिनों के लिए दुकान बंद करने का आदेश दिया था, जो कि पूरी तरह से असंवैधानिक और गैर-कानूनी था। पीडि़त परिवार ने मीडिया के सामने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे। उन्होंने उच्च पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उन्हें जल्द से जल्द न्याय मिले और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।