September 19, 2022
शहर के विकास में स्व. वर्मा के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता : मेयर
बिलासपुर. हम सभी जानते हैं कि स्व. श्रीकांत वर्मा का जन्म बिलासपुर में हुआ। यहां प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद उच्च शिक्षा लेने के लिए वे दिल्ली चले गए। वहां जाकर उन्होंने महान साहित्यकार, महान कवि और एक लेखक के रूप में ख्याति प्रा’ की। फिर राज्यसभा सांसद बने। वे स्व. इंदिरा गांधी के भी विश्वास पात्र रहे। बिलासपुर से लेकर देश की राजधानी तक उन्होंने हमारे शहर का नाम रोशन किया। ये बातें मेयर रामशरण यादव ने रविवार सुबह छत्तीसगढ़ भवन के पास स्व. श्रीकांत वर्मा की जयंती पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कहीं। कांग्रेस नेताओं ने स्व. वर्मा को याद करते हुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। मेयर श्री यादव ने आगे कहा कि स्व. वर्मा के बाद उनके परिवार की वीणा वर्मा राज्यसभा सांसद बनीं। आज बिलासपुर में जितने भी विकास कार्य दिख रहे हैं। चाहे सामुदायिक भवन हो, स्वास्थ्य केंद्र हो फिर त्रिवेणी भवन या चौड़ी सड़कें। ये सभी विकास कार्य उनके और परिवार की देन है। अब जब भी बिलासपुर के विकास के बारे में बात की जाएगी तो उनके और उनके परिवार के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता, क्योंकि उनके साथ में स्व. बीआर यादव, स्व. रामबाबू सोंथलिया और स्व. श्ोख गफ्फार जैसी हस्तियों ने भी उल्लेखनीय कार्य किए हैं। कार्यक्रम को शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय व जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर एमआईसी सदस्य राजेश शुक्ला, अजय यादव, बजरंग बंजारे, मनीष गढ़ेवाल, पार्षद सांई भास्कर, सुरेश टंडन, परदेशी राज, सीताराम जायसवाल, राम प्रकाश, पिंकी शुक्ला, प्रियंका यादव आदि मौजूद रहे।