भारत-अमेरिका की दोस्ती का ‘शौर्य-पथ’, अलास्का में खत्म हुआ संयुक्त युद्धाभ्यास

नई दिल्ली. रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी कि भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच 14 दिवसीय संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास (Joint Training Exercise) अलास्का के एल्मेंडोर्फ रिचर्डसन संयुक्त अड्डे (Elmendorf Richardson Joint Base) पर संपन्न हो गया.

संपन्न हुआ ‘एक युद्ध अभ्यास 2021’
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 40वीं कैवलरी रेजिमेंट के पहले स्क्वाड्रन (Airborne) से संबंधित अमेरिकी सेना के कुल 300 सैनिकों और भारतीय सेना के 7 मद्रास इन्फैंट्री बटालियन ग्रुप के 350 सैनिकों ने अभ्यास में भाग लिया. बयान में कहा गया, ‘इस 14 दिवसीय अभ्यास का उद्देश्य एक दूसरे को अभियानगत प्रक्रियाओं (Operational Procedures), युद्ध अभ्यास और सैन्य उपकरणों को लेकर वाकिफ कराना, संचालन क्षमता विकसित करना था.’ यह अभ्यास 2 चरणों में आयोजित किया गया. पहले चरण में दोनों टुकड़ियों द्वारा ‘कॉम्बैट कंडीशनिंग’ और सामरिक प्रशिक्षण (Tactical Training) शामिल था. संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास का नाम ‘एक युद्ध अभ्यास 2021’ रखा गया था.

भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में आई मजबूती
आपको बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में भारत-अमेरिका रक्षा संबंध मजबूत हुए हैं. जून 2016 में अमेरिका ने भारत को एक ‘प्रमुख रक्षा भागीदार’ नामित किया था. दोनों देशों ने पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण रक्षा और सुरक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें 2016 में लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) भी शामिल है. यह समझौता सेनाओं को एक-दूसरे के ठिकानों का उपयोग करने की अनुमति देता है और गहन सुरक्षा सहयोग प्रदान करता है.

कई सुरक्षा समझौतों पर हो चुका है करार
दोनों देशों ने 2018 में संचार संगतता और सुरक्षा समझौते (COMCASA) पर भी हस्ताक्षर किए. इसके जरिए अमेरिका से भारत को हाई टेक्नोलॉजी की बिक्री का प्रावधान भी है. पिछले साल अक्टूबर में, भारत और अमेरिका ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए बेका (बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट) समझौते पर दस्तखत किए थे.

 

 

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