यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों ने सुनाई अपनी व्यथा, राशन सहित नगदी भी हुई खत्म
भोपाल. रूसी हमले (Russian Attack) के कारण यूक्रेन (Ukraine) में फंसे एक भारतीय विद्यार्थी (Indian Student) ने इंदौर (Indore) में रहने वाले अपने परिजनों को बृहस्पतिवार को आंखों देखा हाल सुनाते हुए बताया कि डर और अफरा-तफरी (Fear And Panic) के माहौल के बीच वहां दुकानों में राशन (Ration in Shops) और एटीएम में नकदी (Cash in ATM) खत्म हो गई है.
डर और अफरा-तफरी का माहौल
यूक्रेन (Ukraine) के जापोरीज्ज्या चिकित्सा विश्वविद्यालय (Zaporizhzhia State Medical University) में एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई कर रहे 22 वर्षीय आशीष चंद्रा ने वीडियो कॉल (Video Call) पर बातचीत के दौरान अपने माता-पिता को यह जानकारी दी. एमबीबीएस के विद्यार्थी (MBBS Student) ने यूक्रेन से बताया,‘मेरे घर से करीब 5 किलोमीटर दूर धमाका (Explosion) हुआ है. यहां (यूक्रेन) डर और अफरा-तफरी (Fear and Panic) का माहौल है.’
‘राशन का स्टॉक खत्म’
उन्होंने बताया, ‘दुकानों (Shops) में राशन का स्टॉक खत्म (Ration Stock Out) हो गया है. मेरे खाते में रकम (Amount) है लेकिन एटीएम में नकदी (Cash in ATM) नहीं बची है और दुकानदार कार्ड से भुगतान (Card Payment) स्वीकार नहीं कर रहे हैं.’ चंद्रा के पिता अमरेश कुमार सिन्हा ने इंदौर में से कहा, ‘मैं अपने बेटे की सुरक्षा (Son’s Safety) को लेकर बेहद चिंतित (Concerned) हूं. उसे 26 फरवरी (शनिवार) की उड़ान (Flight) से यूक्रेन (Ukraine) से भारत (India) आना था लेकिन रूसी आक्रमण (Russian Invasion) के चलते उड़ानें रद्द (Flights Cancelled) कर दी गई हैं.’
अभिभावक हैं परेशान
उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार (Indian Government) को यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीय विद्यार्थियों (Stranded Indian Students) की जल्द से जल्द स्वदेश वापसी सुनिश्चित (Assured) करनी चाहिए. मेरे जैसे कई भारतीय अभिभावकों (Indian Parents) को भारत सरकार की त्वरित मदद (Quick Help) की दरकार है जिनकी संतानें रूसी आक्रमण (Russian Invasion) के बीच यूक्रेन में फंसी हैं.’ सिन्हा ने बताया कि वह और उनकी पत्नी अनामिका अपने बेटे की खैरियत जानने के लिए उसे लगातार वीडियो कॉल (Video Call) कर रहे हैं. इस दौरान चिंतित मां ने यूक्रेन में फंसे बेटे को बार-बार यह हिदायत दी कि वह घर से बाहर न निकले.