Haryana के 5 जिलों में इंटरनेट सर्विस सस्पेंड, किसान महापंचायत की वजह से फैसला
करनाल. किसानों पर 28 अगस्त को हुए पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ करनाल में मंगलवार को लघु सचिवालय का घेराव करने के कार्यक्रम से एक दिन पहले प्रशासन ने जिले में सोमवार को लोगों के जमा होने पर पाबंदी लगा दी है. वहीं किसानों की पंचायत को देखते हुए करनाल से सटे कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और पानीपत समेत 5 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सर्विस को 7 सितंबर की रात तक के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.
मंगलवार रात तक लगा बैन
राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, हरियाणा सरकार ने सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार पर काबू पाने के लिए करनाल जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया है. जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सोमवार दोपहर 12:30 बजे से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक बंद रहेंगी.
अधिकारियों ने कहा कि जिले में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों सहित सुरक्षा बलों की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं, जहां स्थानीय अधिकारियों ने सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर पांच या उससे ज्यादा लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया.
कैसी है किसानों की तैयारी?
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि उन्होंने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन को छह सितंबर तक की डेडलाइन दी है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ यहां सोमवार को बैठक हुई लेकिन उनकी मांगों के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन्होंने मंगलवार सुबह विशाल पंचायत बुलाने का फैसला किया.
उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे, लेकिन अगर प्रशासन हमें रोकता है, तो हम बैरिकेड तोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित करने का किसानों का कोई प्लान नहीं है.
आदेश में कहा गया है कि मोबाइल फोन पर SMS, व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया मंचों के जरिए गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार पर काबू के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया गया है. इसमें कहा गया है कि हरियाणा की सभी दूरसंचार सेवा कंपनियों को आदेश का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है. इसके बाद एक और आदेश जारी कर कहा गया कि करनाल से सटे चार अन्य जिलों में भी मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद रहेगी.