जबड़ापारा : सिवरेज का पाइप लाइन हुआ जाम, दोबारा की जा रही खोदाई, घरों में पडऩे लगा दरार
बिलासपुर. भाजपा शासन काल में शुरू किए सीवरेज परियोजना का लाभ शहरवासियों को नहीं मिल सका। पाइप लाइन बिछाने के दौरान कई हादसे हुए, लोग हलाकान होते रहे। इस फेलवर योजना के चलते भारतीय जनता पार्टी की सरकार की जमकर किरकिरी भी हुई। बिलासपुर शहर को खोदापुर का नाम भी दे दिया गया। सरकंडा जबड़ापारा क्षेत्र में सिवरेज के लिए बिछाये गए पाइप लाइन के कारण लोग हलाकान हो रहे हैं। बेतरतीब तरीके से लगाये गये पाइप जमीन के अंदर जाम हो गई है जिसे पुन: खोदने का काम जबड़ापारा में चल रहा है। मशीन के माध्यम से की जा रही खोदाई के कारण लोगों के घरों में दरार पडऩे लगा है। बिलासपुर के विकास के लिये चालू की गई ज्यादा योजना फेल हो चुकी है। शहर में चारों ओर अमृत मिशन के लिये पाइप लाइन का विस्तार किया जा रहा है। भाजपा शासन काल में सबसे पहले अरपापार क्षेत्र में सिवरेज का काम पूरा होने का दावा किया गया था। सिवरेज भूमिगत नाली योजना के तहत नेताओं और अफसरों ने करोड़ों रूपये का बंदरबांट किया। कांग्रेस की सरकार आने के बाद योजना को बंद कर दिया गया था। किंतु सिवरेज का दंश आज भी शहरवासी भोग रहे हैं। अरपापार क्षेत्र के सरकंडा जबड़ापारा में पाइप जाम होने के कारण फिर से 15 से 20 फीट की खोदाई की जा रही है। जगह-जगह मलबा पड़ा हुआ है, लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है। खोदाई के कारण घरों में दरार पड़ रहा है। काम करने वाले लेबरों से लोग पूछ रहे है कि किसकी अनुमति से खोदाई की जा रही है तो वे जवाब नहीं दे पा रहे हैं और न ही मौके पर कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद हैं।