जज़्बा ने जरूरतमंद को किया ब्लड डोनेट
बिलासपुर. जज़्बा द्वारा पुनः मानवता का परिचय दिया गया। सारा दिन मरीज़ के परिजनों को भटकने के बाद भी जब डोनर नहीं मिला। तब जज़्बा उम्मीद की किरण बनकर सामने आई। यूनिटी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज़ कृष्ण कुमार आर्य के लिए सिंगल डोनर प्लेटलेट्स एस. डी. पी. की ज़रूरत थी। परिजन सारा दिन डोनर ढूंढते रहे पर उन्हें इस प्रक्रिया के लिए डोनर नहीं मिल सका। अंत मे शाम को परिजनों को किसी ने जज़्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी का नाम और नंबर दिया। तब जाकर उन्हें राहत मिली। जज़्बा के संयोजक संजय मतलानी द्वारा तत्काल अपनी टीम के सदस्यों को सूचित किया गया और उन्हीं में से एक सदस्य नीलमणि सिंह ठाकुर ( बिट्टू ) द्वारा आगे आकर SDP डोनेट करने की इच्छा ज़ाहिर की।
ये इनका 12वाँ SDP डोनेशन है। ये लगातार ऐसे मरीज़ों के लिए SDP डोनेट करते रहते हैं जिनके पास डोनर नहीं होता है। अभी तक जज़्बा द्वारा कुल 150 से भी अधिक SDP डोनेशन करवाये गए हैं। जिसके माध्यम से डेंगू , कैंसर सहित अनेको अन्य मरीज़ो की ज़िंदगी सुरक्षित की जा सकी है। ये प्रक्रिया आम रक्तदान से थोड़ा अलग होती है , जिसमे डोनर का चयन भी काफी सोच समझ कर किया जाता है। वर्तमान में गिनती के ही SDP डोनर्स पूरे बिलासपुर में मौजूद हैं। जिसमे से अनेको डोनर अकेले जज़्बा के सदस्य हैं। पॉजिटिव या नेगेटिव ग्रुप के SDP डोनर्स हों। जज़्बा हमेशा आगे आकर लोगो की सहायता करती आई है। SDP डोनर्स में कई ऐसे भी हैं जिन्होंने अनगिनत बार SDP डोनेट कर लिया है। ऋषि मौर्य, नीलमणि सिंह, फ़ैज़ काज़ी, महेंद्र कुमार चतुर्थी, दीपक बेलानी, शुभम मौर्य, विनय वर्मा, मो. नियाज़ समेत और भी अनेको युवा जज़्बा से जुड़कर मानवता के लिए कार्य कर रहे हैं । इतने सारे लोगो के लिए कार्य करते हुवे लगातार पिछले कई वर्षों से जज़्बा जो है वो थैलासीमिया और सिकलसेल से पीड़ित बच्चों के लिए भी कार्य कर रही है। जज़्बा के संयोजक संजय मतलानी ने शहर के लोगों से अपील की है कि आगे आएं जज़्बा से जुड़कर लोगों की सहायता करें। जज़्बा की सदस्यता निशुल्क है किसी तरह का सदस्यता फीस नहीं ली जाती है जज़्बा द्वारा।