कोरोना पीडि़तों को बेड उपलब्ध कराने किम्स अस्पताल में लग रही बोली
बिलासपुर. किम्स अस्पताल में कोरोना पीडि़तों मरीजों को भर्ती करने के नाम पर मोटी राशि वसूली जा रही है। लोग बेहतर उपचार के नाम पर ठगे जा रहे हैं। अस्पताल के प्रति लोगों में आक्रोश तो है लेकिन संकट के इस घटी में लोग थमकर बैठे हुए हैं उपचार में बरती जा रही लापरवाही को लेकर रोजाना यहां विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा मौतों का आंकड़ा सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। चंदन केसरी संवाददाता जब अस्पताल पहुंचा तो कोविड प्रभारी डॉक्टर ने आंकड़ा देने से मना करते हुए सीईओ से बात करने को कह दिया। किम्स के सीइओ शशिकांत चिंचोले इस दौरान में उपस्थित नहीं थे दूरभाष पर बात करने पर उन्होंने कहा कि मैं पूरा समय मरीजों के उपचार व्यवस्था में लगा हुआ है कहकर रोजाना हो रहे मौत् के मामलों से पल्ला झाड़ लिया। इधर किम्स के सुरक्षा कर्मी मरीजों का फोटो खींचने से मना करते रहे।
नाम नहीं छापने की शर्त पर कोरोना पीडि़त मरीज के परिजनों ने बताया कि जब हम लोग यहां आये तो सबसे पहले कोरोना टेस्ट किया गया, मामला पायजिटिव आने पर मरीज को कहीं और ले जाने को कह दिया गया फिर बाद में अस्पताल प्रबंधन द्वारा यह कहा गया कि पहले आप एक लाख रूपए जमा करा दो फिर हम बेड उपलब्ध करा देंगे। बताया जा रहा है कि 23 अप्रैल को 6 लोगों की मौत हो गई। अस्पताल में मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि यहां कोविड उपचार के नाम पर छलावा किया जा रहा है, उपचार व्यवस्था अच्छी नहीं है। किम्स अस्पताल का पूरा अमला इन दिनों कोविड के ग्राहकों पर नजर गढ़ाये बैठा हुआ है। अस्पताल प्रबंधन का साफ तौर पर कहना है कि देश के विभिन्न राज्यों में मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है तो यहां अगर मौतें हो रही है तो आश्चर्य की बात नहीं है। मरीज के मौत हो जाने के बाद भी शव वाहन उपलब्ध कराने के नाम पर भी कमीशनखोरी की जा रही है। एक ओर संकट की इस घड़ी में जहां आम गरीब मरीजों के लिये किम्स अस्पताल का दरवाजा बंद है तो वहीं दूसरी ओर लोग पैसे खर्च करने के बाद भी यहां से निराशा हाथ लेकर लौट रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित करीब 100 लोगों को अस्पताल में उपचार जारी है।
मीडिया से छिपाई जा रही जानकारी
किम्स अस्पताल में जब चंदन केसरी संवाददाता ने पूछताछ काउंटर में कोविड से हुए मौतों का आंकड़ा मांगा तो सीधे सीइओ शशिकांत चिंचोल जवाब देंगे कहकर टाल मटोल किया गया। इसी दौरान कुछ लोगों ने कहा कि यहां उपचार व्यवस्था ठीक नहीं है कहकर फोटो खीचने से मना कर दिया। इधर अस्पताल में तैनान गार्ड भी फोटो खींचने का विरोध करने लगा। जनहित के लिये खोले गए किम्स अस्पताल का रवैया इन दिनों ठीक नजर आ रहा है। खामियां छिपाने मीडिया को जानकारी भी नहीं दी जा रही है।