LAC पर तनाव के बीच देश सेवा में जुटे लद्दाख के लोग, ऐसे कर रहे जवानों की मदद
नई दिल्ली. LAC पर चीन के साथ जारी तनातनी को देखते हुए लद्दाख में भारी संख्या में सेनिकों की तैनाती की गई है. इस दौरान लद्दाख के निवासी भी पूरे तन-मन से देश की सेवा में जुट गए हैं. ये लोग फॉरवर्ड में तैनात सैनिकों के लिए स्थानीय खाने-पीने की चीजें भेज रहे हैं. लोकल लद्दाखी गांव वाले लोग सुखाया हुआ पनीरबोरियों में भरकर भारत के वीर सैनिकों के लिए भेज रहे हैं. लोकल भाषा में इसे छुर्पे कहते हैं. ये प्रोटीन का खजाना है और कई महीनों तक खराब नहीं होता.
इसके अलावा गांव वालों ने जवानों के लिए सुखाया हुआ साग भी भेजा है. जिसे जब चाहें गरम पानी में उबालकर खाया जा सकता है. जौ का बेहद पौष्टिक और गरम तासीर का सत्तू लद्दाख के लोगों को कड़ी सर्दी में बहुत काम आता है. इसे ऊंचे पहाड़ पर तैनात सैनिकों को भेजा जा रहा है ताकि वो जब चाहें गरम पानी में डालकर इस रेडी टू ईट भोजन का इस्तेमाल कर सकें.
सूखी स्थानीय मटर एक और खास लद्दाखी चीज है जो लंबे अरसे तक रखी जा सकती है. इसे राजमा की तरह पकाया जाता है और इसमें बहुत प्रोटीन होता है. लद्दाख के गांव वालों ने अपने घरों में सूखी लद्दाखी रोटियां बनाई हैं जो पंद्रह दिन तक खराब नहीं होतीं. गांव-गांव से एकत्र किया गया सामान सेना के सुपुर्द किया जा रहा है जो इसे आगे भेज रही है.