अटल विश्वविद्यालय में फल और सब्जियों के संरक्षण की तकनीक पर व्याख्यान का आयोजन
बिलासपुर. अटल बिहारी वाजपेई विश्व विद्यालय बिलासपुर में आज दोपहर तीन बजे विश्व विद्यालय के पंचम तल पर स्थित सभागार में विश्व विद्यालय के फ़ूड प्रोसेसिंग विभाग द्वारा “फल और सब्जियों के संरक्षण की तकनीक पर व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि और वक्ता प्रोफेसर नीलाम्बरी दवे पूर्व कुलपति सौराष्ट्र विश्व विद्यालय राजकोट गुजरात थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ बाजपेई जी ने किया। सर्वप्रथम अतिथियों ने मां सरस्वती जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत भाषण देते हुए प्रोफेसर सौमित्र तिवारी जी ने अपने उद्बोधन में व्याख्यान कार्यक्रम के विषय और उद्देश्य पर प्रकाश डाला तथा विद्यार्थियों के लिए लाभदायक बताया। मुख्य वक्ता प्रोफेसर नीलाम्बरी दवे पूर्व कुलपति सौराष्ट्र विश्व विद्यालय राजकोट गुजरात ने अपने उद्बोधन में खाद्य संरक्षण की आवश्यकता और महत्व को रेखांकित करते हुए विस्तार से वर्तमान और भविष्य में इसके उपयोगिता और रोजगार परक बताया। उन्होंने कहा कि मानव समाज का यह एक महत्वपूर्ण उधोग है जिसकी दिनों दिन मांग बढ़ती जा रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे माननीय कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ बाजपेई जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि फ़ूड प्रोसेसिंग ऐसा क्षेत्र है जिसमें थोड़ी पूंजी और लागत से शानदार उधोग स्थापित कर सकते हैं उन्होंने विश्व विद्यालय के समस्त विभागों को सामंजस्य स्थापित कर लर्निंग फार अर्लिग कर सकते हैं। अंत में आभार प्रदर्शन फ़ूड प्रोसेसिंग विभाग के विभागाध्यक्ष श्रीं यशवंत पटेल ने किया तथा कार्यक्रम का संचालन आकृति सिंह सिसौदिया ने किया।इस अवसर पर डॉ कलाधर, डॉ गौरव साहू, डॉ सीमा बेरोलकर, डॉ रेवा कुलश्रेष्ठ, डॉ हामिद अब्दुल्ला, डॉ लतिका भाटिया, डॉ रश्मि गुप्ता, डॉ हैरी जार्ज, डॉ पूजा पांडेय, डॉ सुमोना भट्टाचार्य, डॉ धर्मेंद्र कश्यप, आस्था विठलकर, लीना लकड़ा, केशव कैवर्त्य, योगिता पटेल, सौम्या तिवारी, सहित विश्व विद्यालय के समस्त अतिथि प्राध्यापक और विद्यार्थी गण उपस्थित थे।