राजभाषा आयोग के सातवें प्रांतीय सम्मेलन में शामिल हुए साहित्यकार
जिला समन्वयक डॉ. विवेक हुए सम्मानित
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग का दो दिवसीय सातवां प्रांतीय सम्मेलन रायपुर में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में बिलासपुर जिला समन्वयक डॉ. विवेक तिवारी का सक्रिय समन्वयक के रूप में आयोग की ओर से डॉ.विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग तथा आयोग के वर्तमान सचिव डॉ.अनिल भतपहरी द्वारा राजकीय गमछा पहनाकर स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
डॉ. विवेक तिवारी ने बताया कि सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ.शिवकुमार डहरिया, नगरीय प्रशासन विकास एवं श्रम मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, अध्यक्षता कुंवर सिंह निषाद संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन, विशेष अतिथि डॉ. विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, डॉ. केशरीलाल वर्मा कुलपति छत्रपति शिवाजी विवि महाराष्ट्र तथा अन्य अतिथियों के सानिध्य में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथी डॉ.शिवकुमार डहरिया ने सम्मेलन हेतु सचिव डॉ.अनिल भतपहरी और सभी साहित्यकारों को बधाई और शुभकामनाएँ दीं। स्वागत भाषण में आयोग के सचिव ने आयोग द्वारा किये जा रहे कार्यों का विवरण दिया। इस सम्मेलन में पूरे राज्य भर से 500 कवि,साहित्यकार तथा विद्वानों ने हिस्सा लिया साथ ही 15 साहित्यकारों की पुस्तकों का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। आयोग द्वारा निर्धारित विषयाधारित आठ विभिन्न सत्रों में अतिथि विद्वानों ने अपने विषयों पर चर्चा गोष्ठी की। अंतिम सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें पधारे सभी कवियों ने अपनी छत्तीसगढ़ी रचनाओं का पाठ कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रांतीय सम्मेलन में बिलासपुर जिले से डॉ. राघवेन्द्र कुमार दुबे, डॉ. अरुण कुमार यदु, डॉ. विनोद कुमार वर्मा, डॉ.अंजनी तिवारी, शीतल प्रसाद पाटनवार,रामनिहोरा राजपूत, मनोहरदास मानिकपुरी, राजेश मानस, रामरतन श्रीवास, वसंती वर्मा, डॉ. सुनीता मिश्रा, सुषमा पाठक, श्रीमती धनेश्वरी सोनी, दीनदयाल यादव लखराम, अजय शर्मा धमनी, दिनेश पाण्डेय, शुकदेव कश्यप रतनपुर, गयाप्रसाद साहू कोटा, शरद यादव सीपत, अशोक कोरे गुड़ी ने सम्मिलित होकर विभिन्न सत्रों और कवि सम्मेलन में हिस्सा लिया।