आज विराजेंगे विघ्न विनाशक भगवान श्री गणेश
बिलासपुर. गणेश चतुर्थी आज से पूरे देशभर में मनाई जाएगी। हालांकि शासन प्रशासन ने कुछ निर्देश दिए हैं इसके बाद भी लोगों में भारी उत्साह का माहौल बना हुआ है। क्योंकि कोरोना का कहर अभी थमा हुआ है। स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन भी करना जरूरी है लेकिन ज्यादा कड़ाई का पालन नहीं करना होगा। डीजे साउंथ पर प्रतिबंध लगाया गया। भक्त गाजे-बाजे के साथ गणेश जी की पूजा अर्चना कर सकेंगे और विर्सजन करने के दौरान भी उत्साह का माहौल बना रहेगा। मालूम हो कि वर्ष 2020 में प्रशासनिक निर्देश के चलते भक्तगण बिना गाजे बाजे के ही भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना को विवश थे।
आपको बता दें कि गणेश जी की स्थापना वाली जगह पवित्र होनी चाहिए। लाल कपड़ा बिछाकर वहां गणपति की मूर्ति रखी जाती है। कुछ लोग सोने चांदी की गणपति भी स्थापित करते हैं। ऐसे में वो एक सुपारी को भी गणपति रूप मान साथ में रखते हैं और विसर्जन के दिन सुपारी को विर्सजित कर देते हैं। गणपति को प्रसाद में मोदक, मोतीचूर के लड्डू, श्रीखंड, और दूसरे मिष्ठानों का भोग लगा सकते हैं। जितने दिन गणपति को घर में रखें उतने दिन उनकी सुबह शाम आरती और चालीसा का पाठ कर मंत्र जरूर पढऩे चाहिए। इसके अलावा रोज उन्हें सुबह शाम भोग लगाना भी आवश्यक है। इसके बाद चतुर्दशी के दिन उनकों विसर्जित किया जाता है। विधि के अनुसार जल से भरा हुआ कलश गणेश जी के बाएं रखें। इसके नीचे चावल या गेहूं रखें । इस कलश पर मौली और सुपारी से बंधा हुआ नारियल रखें। घी का दीपक जलाएं और शिवपरिवार की भी पूजा करें। आरती करें और मंत्रों का उच्चारण करें। इसके बाद क्षमा याचना करने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है।