महर्षि सुदर्शन जयंती पर्व हर्षोल्लास से मनाई गई

बिलासपुर. सुदर्शन समाज बिलासपुर में समस्त समाजिक बन्धुओं एंव गणमान्य नागरिकों की गरीमामय उपस्थिति में मनाई गई तथा इस पावन अवसर पर समाज के अध्यक्ष राजकुमार समुन्द्रे ने कहा कि वर्ष 1965-66 में आजीवन चौधरी स्व. लखन लाल समुन्द्रे जी के बाद सुदर्शन नामकरण से डोमार मेहतर भंगी जाति के यही लोगों ने महर्षि सुदर्शन जी के नाम पर सुदर्शन समाज लिखा गया और तब पहले अध्यक्ष बाबूलाल बैस मनोनीत हुए और आज तक के इन छप्पन वर्षों में सोलह लोग अध्यक्ष पद को सुशोभित किया है और समाज को गौरवान्वित किया है मुझे भी समाज को नई दिशा देने और एक अलग पहचान दिलाने की अभिलाषा से ही अध्यक्ष पद निर्वाचित किया गया है। आज  विधायक शैलेष पाण्डेय  के मुख्य आतिथ्य में निलेश लंगोटे प्रदेश सचिव डोमार समाज रायपुर की अध्यक्षता में और विशिष्ट अतिथि एल्डर मेन शैलेन्द्र जायसवाल, अखिलेश गुप्ता बंटी, सुबोध केसरी, हिमांशु श्रीवास्तव, तथा पार्षद रामा बघेल, के साथ ही समाज के पदाधिकारियों सिकन्दर उसरवर्षा कोरबा ,रिक्की समुन्द्रे दुर्ग, प्रवीण चौहान बापू उप नगर, वरिष्ठ सदस्य भरत छड़िले “वेद” के मंचस्थ रहें हैं। आज समाज सभी भूतपूर्व अध्यक्षों के नाम बोर्ड पर अंकित कर लोकार्पण करते हुए।

स्मृति चिह्न व सुदर्शन कुल गौरव सम्मान
सम्मानपत्र से भूतपूर्व ग्यारह अध्यक्षों को मरणोपरांत एवं अन्य छै अध्यक्षों को सम्मानित किया गया है। मंच पर  अतिथियों जहां स्मृति चिन्ह प्रदान की गई तो वहीं निलेश लंगोटे,रिक्की समुन्द्रे, सिकंदर उसरवर्षा को प्रदेश भर में समाजिक सराहनीय कार्य हेतु सम्मानित किया और समाज के शिक्षा के क्षेत्र में, श्रीमती रानो पसेरिया, राहुल पसेरिया, हर्ष चंदाबहेश,कोरोना काल में विशिष्ट मानव सेवा करने अमर  जनवार, आरती सोनकर, महेंद्र जनवार SPO, स्मृति चिन्ह सम्मान पत्र व इसी सेवा में समर्पित ईश्वर इटकरे को कोरोना से निधन होने पर मरणोपरांत सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के संचालन समाज के शिक्षा सचिव -अमनदीप राज समुन्द्रे ने किया और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजिक सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा जिसमें विशेष रूप से करबला,मनोहर टाकिज,के युवाओं को धन्यवाद दिया गया।

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