महेश नवमी : ” अंदर की ओर मुड़ना” ही मनुष्यों के कल्याण और मुक्ति का इकलौता साधन है – योग गुरु महेश अग्रवाल

भोपाल. आदर्श योग आध्यात्मिक योग केंद्र  स्वर्ण जयंती पार्क कोलार रोड़ भोपाल के संचालक योग गुरु महेश अग्रवाल कई वर्षो से निःशुल्क योग प्रशिक्षण के द्वारा लोगों को स्वस्थ जीवन जीने की कला सीखा रहें है वर्तमान में भी ऑनलाइन माध्यम से यह क्रम अनवरत चल रहा है | योग प्रशिक्षण के दौरान केंद्र पर सभी समाज की जयंती, महापुरुषों की जयंती, सभी धार्मिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय पर्व उत्साह पूर्वक मनाये जाते है, स्वच्छता, नशामुक्ति वृक्षारोपण, पर्यावरण, शिक्षा, जैसे विषय पर जागरूकता अभियान एवं सभी राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय दिवस धूमधाम से मनाते हुए साधकों स्वस्थ रहते हुए सेवा कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया जाता है |

महेश नवमी के अवसर पर योग गुरु महेश अग्रवाल ने सभी को विशेष रुप से माहेश्वरी समाज के सदस्यों को हार्दिक शुभकामनायें देते हुए कहा कि माहेश्वरी समाज  हमेशा से सभी सेवा कार्यों में सभी समाज के लिए कार्य  कर रहा है,इस अवसर पर योग के प्रथम गुरु आदि योगी भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा की जाती है | *कांति सरोवर के तट पर, आदियोगी ने अपने पहले सात शिष्यों को योग विज्ञान का प्रतिपादन आरंभ किया। वही सात शिष्य सप्त ऋषि के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने ऐसे उपाय प्रस्तुत किए, जिनके माध्यम से मनुष्य अपनी सीमाओं से परे जा कर, अपनी अधिकतम संभावना तक पहुँच सकते हैं।

आदियोगी ने व्यक्तिगत रूपांतरण के साधन दिए क्योंकि यही संसार के रूपांतरण का एकमात्र उपाय है। उनका बुनियादी संदेश है, “अंदर की ओर मुड़ना” ही मनुष्यों के कल्याण और मुक्ति का इकलौता साधन है।’ अब समय आ गया है कि हम मनुष्य के कल्याण के लिए चेतना संबंधी तकनीकों के साथ काम करें। पंचांग  के अनुसार ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि  को महेश नवमी कहा जाता है.महेश नवमी का पर्व भगवान शिव को समर्पित है. इस दिन शिवजी की विशेष पूजा होती है. इस नवमी की तिथि को महेशन नवमी के नाम से जाना जाता है, मान्यता है कि इसी दिन भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा से महेश्वरी समाज, की उत्पत्ति हुई थी. इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी विशेष पूजा की जाती है।

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