डांडिया में एन्जॉय करने पैरों को इस तरह करें मजबूत, रखें खास ख्याल
शारदीय नवरात्रि शुरू होने में केलव दो दिन ही बाकी है. ऐसे में गरबा या डांडिया इस त्योहार का एक खूबसूरत हिस्सा है. जिसमें ज्यादातर लोग पार्टिसिपेट करते हैं. नवरात्रि में नौ दिनों तक डांडिया का आयोजन किया जाता है जिसमें मां की भक्ति में डूबे भक्त नृत्य करते हैं. इससे पूरा वातावरण उर्जा से भर जाता है. डांडिया वैसे तो गुजरात का विशेष नृत्य है जो हर घर में होता है, लेकिन देश के अलग-अलग हिस्सों में इसका आयोजन धूमधाम से किया जाता है. डांडिया में जितनी भूमिका हाथों की होती है उससे कहीं ज्यादा पैरों की भी होती है. पैरों का सही तरीके से चलाना ही डांडिया की खूबसूरती को दर्शाता है.
कुछ लोग जोश और उत्साह में डांडिया करने के लिए रेडी हो जाते हैं, लेकिन ऐसे में वह अपने पैरों का ख्याल रखना भूल जाते हैं. क्योंकि डांडिया में असली मेहनत और कसरत पैरों की होती है. यह एक तरह से बहुत अच्छी एक्सरसाइज भी होती है. पैरों पर ध्यान न देने से कई बार सूजन, दर्द या गलत तरीके से पैरों के मूवमेंट के चलते फ्रेक्चर भी हो जाता है. डांडिया करने के बाद आपको थकान भी बहुत लगती है. जिसके बाद आप गरबा का आनंद नहीं ले पाते. इसलिए आइये बतातें हैं आपको कुछ बातें जो डांडिया से पहले ध्यान में रखनी होंगी.
गरबा से पहले ये करना जरूरी
1. पूरे शरीर का स्ट्रेच होना बहुत जरूरी और फायदेमंद होता है. वहीं डांडिया से पहले आप घर पर पैरों की अच्छी देखभाल करें. इसके लिए बेसिक स्ट्रेचिंग कर सकते हैं. इसमें आपको बैठकर अपने हाथों को पंजो तक ले जाकर छूना होता है. इस स्ट्रेचिंग से पैरों को बहुत आराम मिलता है.
2. दूसरा आसान तरीका पैरों की एक्सरसाइज के लिए आपने योगक्रिया में जरूर देखा होगा. आप दोनों हाथों को आगे की ओर फैलाकर पैरों को मोड़कर कुर्सी की स्थिति में धीरे-धीरे बैठें. कुछ देर उसी स्थिति में रुकें और फिर धीरे-धीरे खड़े हो जाए.
3. तीसरे तरीके में आप एक पैर को आगे बढ़ाकर घुटने से हल्का सा मोड़ लें. फिर दोनों हाथों को जोड़कर धीरे-धीरे ऊपर ले जाना है. हाथों को फैलाएं और फिर धीरे धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं.
क्या होंगे फायदे
स्ट्रेचिंग करने से पैरों को मजबूती मिलती है. इसके साथ ही मांसपेशियों में लचीलापन भी आता है. इस करने के बाद आप डांडिया के सारे स्टेप बिना किसी दर्द के आसानी से कर सकेंगे. ये स्ट्रेचिंग कूल्हों, जांघों, काफ मसल्स और शिंस, टखनों तक सभी हिस्सों को फायदा पहुंचाती है.