सिम्स के कैंसर विभाग में किये जा रहे कई नये अनुसंधान
मरीजों को मिलेगा फायदा
बिलासपुर. सिम्स चिकित्सालय में कैसर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.चन्द्रहास धु्रव, डॉ. हेमू टंडन, डॉ. सुमन कुमार कुजूर, डॉ. उपासना सिन्हा के अथक प्रयासों एवं कड़ी मेहनत के फलस्वरूप आज कैंसर मरीजों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा रहा हैं। वर्तमान में कैंसर विभाग में मरीजों के साथ साथ कैंसर संबंधी अनेक विषयों पर अनुसंधान किये जा रहे हैं। मुंह एवं गले के कैंसर में जैविक परीक्षण एंव एंटीबायोटिक संवेदनशीलता परीक्षण कर एंटीबायोटिक के चयन का निर्धारित किया जा रहा हैं । ह्यूमन पैपीलोमा वायरस (एच०पी०वी०) के संक्रमण से होने वाले बच्चेदानी के मुंह का कैंसर (सर्विक्स कैंसर) में अनुसंधान किया जा रहा हैं।
छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय में कैंसर की महामारी विज्ञान (एपीडेमोलॉजी) का अध्ययन किया जा रहा है। महामारी विज्ञान (एपीडेमोलॉजी) का प्रयोग कैंसर के कारण का पता लगाने तथा बेहतर उपचार विकसित करने के लिए किया जाता है। इन अनुसंधान द्वारा कैंसर की घटनाओं का सूक्ष्मरूप से अवलोकन किया जा रहा है। परिणाम स्वरूप इन बहूमुल्य अनुसंधानों के निष्कर्षों की पुष्टि होने से कैंसर संबंधी अनेक तथ्य उजागर होंगे। निश्चित रूप से कैंसर रोगियों को इन अनुसंधानों के अध्ययन से लाभ होगा, जिससे मृत्यु दर में कमी आएगी तथा कैंसर के कारणों का पता लगाने तथा उन्नत इलाज में इजाफा होगा। अधिष्ठाता डॉ. के. के. सहारे ने कैंसर रोग विभाग के चिकित्सकों की प्रयासों की सराहना करते हुए मरीज हित में सभी प्रकार के सहयोग का भरोसा दिलाया है।