मेयर ने अवैध नल कनेक्शन पर कार्रवाई के दिए निर्देश, सर्वे में पता चला सप्लाइ के पाईप को बीच से छेदकर पाइप को क्षतिग्रस्त कर रहें लोग
बिलासपुर. तालापारा और तारबहार में डायरिया के मरीज मिलने के साथ ही यहां मौत होने के बाद अब नगर निगम पूरे शरह में पानी सप्लाई के पाइपलान का सर्वे करेगी। जहां अवैध कनेक्शन मिलेगे उनपर कार्यावाई की जाएगी साथ ही जहां पाइप लाइन खराब मिलेगी उसे दुरु स्त कराया जाएगा। महापौर रामशरण यादव ने निगम अधिकारियों को निर्देशित कि है। कि अवैध नल कनेक्शनों में तत्काल कार्यवाई की जाए। महापौर रामशरण यादव ने बताया कि तालापारा, तारबहार में डायरिया के मरीज मिलने के बाद क्ष्ोत्र में पानी के सैंपल लिए जा रहें है। इस दौरान उन्हें पता चला है कि अधिकतर जगहों में पानी के पाइप लाइन में बीच में ही छेद कर उसमें प्लास्टीक की पाईप और टोटी लगाकर लोग पानी ले रहें है। ये कनेक्शन पूरी तरह अवैध है। ये संभावना है कि बेवजह जगह-जगह से पाइप में छेद होने के कारण इसी जगह से नालियों के गंदे पानी पाइप लाइन में पहंुच रही है। जिसका सप्लाइ पूरे क्ष्ोत्र में फैला है। ऐसे में बेवहज अवैध कनेक्शन के कारण मोहल्ले में लोग दूषित पानी का सेवन कर रहें है। जिसके चलते क्ष्ोत्र में बीमारी फैल रही है। ऐसे में अब महापौर रामशरण यादव ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया है। कि तालापारा, तारबहार, अज्ञेय नगर, भारती नगर के साथ ही पूरे शहर में पानी के अवैध कनेक्शन का सर्वे कर उनपर कार्रवाई करें। साथ ही मेयर ने यह भी निर्देश दिया है। कि सर्वे में ये भी ध्यान रखा जाए कि किन-किन जगहों में पाइप क्षतिग्रस्त है। उन्हें तुरंत सुधारने के निर्देश भी महापौर ने दिए है।
तालापारा तारबहार में 300 से अधिक अवैध कनेक्शन
नगर निगम के अधिकारियों ने डायरिया फैलने के साथ ही तारबहार और तालापारा क्ष्ोत्र में पेयजल के सैपल लेने के साथ ही क्ष्ोत्र का सर्वे भी किया इसी में पता चला है कि 3०० से अधिक जगहों में अवैध नल के कनेक्शन है। लोग बीच से बाइप में छेद कर उस जगह एक गढ्ढा नूमा खोह बनाकर उसमें प्लास्टिक के पाईप से पानी भर रहें है। अधिकतर जगह में टोटी भी नहीं है। पानी भरने के बाद लोग उसे वैसे ही छोड़ देते है। जिसके चलते पानी की बरबादी भी हो र ही है। साथ ही पास में नाली होने के कारण उस जगह गंदगी पसरी रहती है। ऐसे में पानी दूषित हो रहा है।
नगर निगम के अधिकारियों ने डायरिया फैलने के साथ ही तारबहार और तालापारा क्ष्ोत्र में पेयजल के सैपल लेने के साथ ही क्ष्ोत्र का सर्वे भी किया इसी में पता चला है कि 3०० से अधिक जगहों में अवैध नल के कनेक्शन है। लोग बीच से बाइप में छेद कर उस जगह एक गढ्ढा नूमा खोह बनाकर उसमें प्लास्टिक के पाईप से पानी भर रहें है। अधिकतर जगह में टोटी भी नहीं है। पानी भरने के बाद लोग उसे वैसे ही छोड़ देते है। जिसके चलते पानी की बरबादी भी हो र ही है। साथ ही पास में नाली होने के कारण उस जगह गंदगी पसरी रहती है। ऐसे में पानी दूषित हो रहा है।