घर के गुलाब से मीरा राजपूत ने बनाई आयुर्वेदिक रेसपी, एसिडिटी से बचने के लिए रोज करती हैं इसका सेवन
शाहिद कपूर की वाइफ मीरा राजपूत ने सोशल मीडिया पर एक सीक्रेट रेसिपी शेयर की है। यह रेसिपी देसी गुलाब से तैयार होती है, जिसे खाने से गर्मियों में शरीर को कई लाभ मिलते हैं।
गर्मी का मौसम एक ओर जहां हमें कड़कड़ाती ठंड से राहत दिलाता है, वहीं शरीर की गर्मी को भी बढ़ा देता है। जिससे कई लोगों को पेट से जुड़ी समस्या जैसे, एसिडिटी और गैस की दिक्कत झेलनी पड़ती है। गर्मी से पैदा होने वाली आम समस्या के लिए दवाइयों से कहीं बेहतर है कि प्राकृतिक और प्रभावी उपचार चुना जाए।
आप चाहें आम इंसान हों या फिर एक स्टार वाइफ, गर्मी से बचने का तरीका सभी के लिए एक जैसा ही होता है। बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर की वाइफ मीरा राजपूत जो कि इंस्टाग्राम पर काफी एक्टिव रहती हैं, अपने फैंस के साथ गुलकंद के फायदों के साथ उसकी रेसिपी भी शेयर की है। मीरा ने गुलकंद को पित्त-शांत करने वाला खाद्य पदार्थ बताया है और पूरी गर्मी इसे रोज खाने की हिदायत भी दी है। उन्होंने गुलकंद को अपने बागीचे में मौजूद देसी गुलाब की मदद से तैयार किया है। यहां जानें इसे बनाने की विधि के साथ खाने के फायदे भी…

- समान अनुपात में देसी गुलाब और मिश्री
- इलायची पाउडर
- एक ग्लास जार
बनाने की विधि-
- गुलाब की पंखुड़ियां, मिश्री और इलायची के पाउडर को एक साथ जार में डाल दें।
- अब उस पर ढक्कन लगा दें और धूप में रखें।
- इसे कुछ-कुछ दिनों पर मिक्स करती रहें, जब तक कि यह जैम जैसा न बन जाए।
- कुछ ही दिनों में, आपके पास अपना घर का बना हुआ गुलकंद तैयार होगा।

ईरानी जर्नल ऑफ बेसिक मेडिकल साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, गुलाब के फूल में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं जो एक से अधिक तरीकों से मदद कर सकते हैं। ये उनमें से कुछ हैं:
- हल्का रेचक
- जीवाणुरोधी
- एंटीऑक्सिडेंट
- कासरोधक
- सूजनरोधी
- हृदय टॉनिक
- पाचन उत्तेजक
- एंटी-अल्सरेटिव


गुलकंद को जब दूध के साथ मिलाकर लिया जाता है, तो यह दैनिक कैल्शियम के कोटे को पूरा कर सकता है। यह दांतों और मसूड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही महिलाओं में ल्यूकोरिया और भारी मासिक धर्म जैसी समस्याओं से लड़ता है।


गुलाब की पत्तियों में मैग्नीशियम पाया जाता है, जिससे बीपी और शुगर का लेवल पूरी तरह से कंट्रोल रहता है। इससे हृदय को ठीक प्रकार से काम करने में मदद मिलती है। रक्त में मैग्नीशियम का स्तर बहुत कम या बहुत अधिक होना गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।
