May 29, 2021
Menstrual hygiene day : पीरियड से जुड़ी इन 6 अफवाहों पर न करें भरोसा, जानिए इसके पीछे का सच
Menstrual hygiene day: पीरियड में साफ-सफाई के प्रति जागरूकता को लेकर आज दुनियाभर में मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे मनाया जा रहा है। लेकिन आज के मॉर्डन युग में भी महिलाओं को लेकर कई संकीर्ण विचारधाराएं या कहें मिथक हैं जिनके बारे में आप सभी को जागरूक होना जरूरी है।
दुनिया भर में शुक्रवार को (28 मई) को मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे यानी मासिक धर्म स्वच्छता दिवस सेलिब्रेट किया जा रहा है। इस दिन को मनाने के पीछे का कारण है कि महिलाओं में पीरियड्स हाइजीन को लेकर जागरूकता पैदा करना है। इस खास दिन को पहली बार 28 मई 2014 में मनाया गया था।महिलाएं वैसे तो हर क्षेत्र में अपना वर्चस्व लहरा रही हैं लेकिन पीरियड को लेकर अब भी देश में जागरूकता की काफी ज्यादा जरूरत है।
भारत के कई इलाकों में इसे अब भी एक टैबू समझा जाता है। आज के मॉर्डन युग में भी लोग पीरियड से कई मिथकों पर भरोसा करते हैं और महिलाओं की संगीन भावनाओं से देखते हैं। बहरहाल, आज हम आपको पीरियड्स से जुड़े कुछ भ्रामक मिथक और फैक्ट के बारे में बताते हैं जिनके बारे में हर महिला को जानना जरूरी है।
पीरियड में पेड़ पौधों को नहीं छूना चाहिए
कई लोग इस धारणा पर भरोसा करते हैं कि पीरियड के दौरान अगर महिलाओं की छत्रछाया किसी पेड़ पर पड़ेगा तो वह सूख जाएगा। हालांकि, ऐसा बिल्कुल नहीं है। इस साइकिल में महिलाओं को अपना देखभाल करने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है और उसके परिजनों को भी इस बात का ख्याल रखना चाहिए।
समाज में कुरीतियों की भरमार है और ‘अशुद्ध’ होने की भावना को दूर करना चाहिए। जो लोग ऐसे मिथक मानकर महिलाओं से पीरियड के दौरान भेदभाव करते हैं उन्हें सांस्कृतिक वर्जनाओं और कठोर परंपराओं के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
पीरियड में महिलाएं न नहा सकती हैं और न ही बाल धो सकतीं
पीरियड के दिनों को हाइजीन के तौर पर महिलाओं को रोजाना नहाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। एक और लोगों के बीच मिथक है कि बाल धोने से मासिक धर्म का प्रवाह यानी ब्लीडिंग कम हो जाती है जबकि ऐसा नहीं है। बाल धुलने से महिलाओं की पीरियड ब्लीडिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है और न ही इस बात के कोई सबूत हैं कि पैड या टैम्पोन के इस्तेमाल से महिलाओं की ब्लीडिंग कम होने लगती है।
पैड पर बैक्टीरिया को मारने की जरूरत होती है
महिलाएं जब भी जिस भी कंपनी के पैड का प्रयोग करती हैं उन्हें सुनिश्चित करना चाहिए कि वो साफ सुथरा हो। पीरियड में महिलाओं को पैड का उपयोग करने के दौरान साफ-सफाई रखनी जरूरी है।
जरूरी नहीं कि ऐसा हर कर केस में हों, क्योंकि किसी-किसी को अधिक दर्द होता है तो वे रेस्ट कर सकती हैं। वैसे कहा जाता है कि पीरियड्स के दौरान फिजिकल एक्टिविटी से महिलाओं को आराम मिलता है और ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है।