May 10, 2022
मां ही होती है जो घर- घर को स्वर्ग बनाती है : बीके राधे
बिलासपुर. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 8 मई को *मदर्स डे* पर माताओं का सम्मान समारोह रखा गया था जिसमें अनेक माताएं शामिल हुई बीके राधे दीदी ने बताया कि माताएं ही स्वर्ग का द्वार खोल सकती हैं परमात्मा ने भी स्वर्ग की स्थापना के कार्य के लिए माताओं बहनों को ही निमित्त बनाया है माताओं के अंदर भगवान के लिए बहुत ही भावना होती हैं इसीलिए जहां भी कोई सत्संग होता है वहां पर हम देखते हैं कि माताओं बहनों की भीड़ सबसे ज्यादा होती हैं कहते हैं भगवान को ना धन चाहिए ना दौलत चाहिए ना सोना चाहिए ना चांदी चाहिए भगवान केवल भावना का भूखा होता है और वह भावना सबसे ज्यादा माताओं के पास ही होती है इसीलिए वंदे मातरम गाया जाता है हमारे देश को भी भारत माता कहा जाता है क्योंकि भारत अविनाशी देश हैं और भारत से ही अनेक देशों की उत्पत्ति हुई है इसीलिए भारत माता कहते हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सुनीता वर्मा ने भी बताया आदि से लेकर अंत तक माताओं की महिमा अधिक रहे क्योंकि माताएं जीवन त्याग भरा होता है और उनके त्याग से पूरे परिवार का भाग्य बन जाते हैं।
आर्किटेक्ट एवं वैल्यअर इंजीनियर बी के प्रशांत भाई जी ने बताया इस संसार के सभी रिश्तो में जैसे चाचा चाची, मामा मामी ,काका काकी, दादा दादी, आदि सभी रिश्तो में पहले मेल का नाम आता है पर जहां मां का नाम आता है वह पहले हो जाती है। जैसे मां-बाप कहने में मां पहले आती है इसीलिए इस संसार का पहला गुरु मां होती है मां भली पढ़ी-लिखी ना हो पर मां के पास ज्ञान का भंडार है।
बी के डॉक्टर पंचम भाई ने बताया मां हर एक का किरदार निभा सकती हैं परंतु मां का किरदार कोई भी नहीं निभा सकता है। अगर कोई कुछ देते भी हैं तो वक्त आने पर गिना भी देते हैं पर मां का प्यार निस्वार्थ रहता है मां सदा देने वाले ही होती हैं इसीलिए जितनी भी देवियां हैं उन सभी देवियों को मां कह के हम पुकारते हैं जैसे दुर्गा मां लक्ष्मी मां सरस्वती मां आदि आदि मां की महिमा में उन्होंने कहा ए मेरे मालिक तू ने गुल को गुलशन में जगा दी ,पानी को दरिया में जगह दी, पंछी को आसमां में जगा दी, तू उस शख्स को जन्नत में जगह देना जिसने मुझे 9 महीने पेट में जगह दी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अनेक भाई बहनों का सहयोग रहा अनुराधा मैया ,चंदा मैया प्रियंका बहन भाई जी सूर्य प्रकाश भाई जी आदि का विशेष सहयोग रहा।