सीयू और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के बीच एमओयू
बिलासपुर. गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के बीच दिनांक 05 अगस्त, 2023 को केन्द्रीय विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल तथा पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रो. सच्चिनंद शुक्ल के मध्य समझौता ज्ञापन का आदान प्रदान हुआ। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के फार्मेसी विभाग के सभागार में आयोजित *इनिशिएटिव ऑफ पर्सनालिटी डेवेलपमेंट- लीडरशिप, सॉफ्ट स्किल्स एंड मैनेजमेंट स्किल्स* विषय पर व्याख्यान का आयोजन भी किया गया। जिसके मुख्य वक्ता कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल रहे।
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रो. सच्चिनंद शुक्ल ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों के बीच हुआ यह समझौता ज्ञापन शिक्षा के विभिन्न आयामों में विकास के पथ को प्रकाशित करते हुए नये युग का प्रारंभ करेगा। उन्होंने कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रो. चक्रवाल ने व्यक्तित्व विकास एवं प्रबंध के क्षेत्र में नये मानक गढ़े हैं।
इस अवसर पर माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ का सबसे पुराना व प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है जिसने विभिन्न अकादमिक क्षेत्रों में अपनी श्रेष्ठा प्रदर्शित की है। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय मानकों पर एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों के साथ करने योगदान की नीति को दृष्टिगत रखते हुए राष्ट्र की प्रगति में योगदान दे रहा है। छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा देने के लिए यह समझौता ज्ञापन एक मील का पत्थर साबित होगा।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने *इनिशिएटिव ऑफ पर्सनालिटी डेवेलपमेंट- लीडरशिप, सॉफ्ट स्किल्स एंड मैनेजमेंट स्किल्स* विषय पर अपने व्याख्यान में कहा कि युवाओं को अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना होगा। हमें किसी की नकल करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हम अद्वितीय हैं। उन्होंने युवाओं को विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से बताया कि जो व्यक्ति विचारशील होता है वो समाधान को खोजने का प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि सही व्यक्तित्व का विकास तभी संभव है जबकि आप निरंतर अपने किये गये कार्यों का विश्लेषण करते रहें।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की मूल भावना युवाओं के समग्र व्यक्तित्व विकास पर आधारित है। इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से दोनों विश्वविद्यालय साथ मिलकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल, विकास रोजगार के समुचित अवसर, स्टार्ट अप के लिए प्रेरित करना, शोध एवं नवाचार और उद्यमिता के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को दृष्टिगत रखते हुए क्रियान्वियत करने के लिए विज्ञान और तकनीकी के माध्यम से समेकित प्रयास करेंगे।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। इस अवसर पर सरस्वती वंदना एवं विश्वविद्यालय कुलगीत की गायन हुआ। अतिथियों का नन्हें पौधे भेंट कर स्वागत किया गया। मंचस्थ अतिथियों में प्रो. पी.के बाजपेयी, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर, डॉ. शैलेन्द्र पटेल, कुलसचिव, प्रो. केशव कांत साहू एवं प्रो. कलोल घोष, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर उपस्थित रहे।
व्याख्यान के अंत में सभागार में उपस्थित विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिये। अतिथियों का शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. कलोल घोष रायपुर ने दिया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, अधिकारीगण, शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।