महिला दिवस के अवसर पर नेशनल लोक अदालत का किया गया शुभारंभ
बिलासपुर/दिनांक 08-03-2025 को छत्तीसगढ़ राज्य में वर्ष की प्रथम नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया इस अवसर पर न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा, मुख्य न्यायाधिपति , छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय-सह-मुख्य संरक्षक छ0ग0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा रायपुर जिले में नेशनल लोक अदालत का दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा रायपुर में आयोजित मोहल्ला लोक अदालत के लिए मोबाईल वेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायपुर के अनुरोध पर जिला न्यायालय रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित हुए माननीय मुख्य न्यायाधिपति ने सभी को वर्ष की प्रथम नेशनल लोक अदालत व अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी गई और महिलाओं को उनकी सहभागिता, सहयोग ,योगदान के लिए सराहना की गई और उनका आभार व्यक्त किया गया । मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने महिलाओं के सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि आज महिलाओं की धरती से लेकर अंतरिक्ष तक सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने इस अवसर पर कहा कि नेशनल लोक अदालत पक्षकारों को अपना प्रकरण शीघ्र निराकरण कराने का एक मंच प्रदान करती है जहंा उनके विवादों का शीघ्र निराकरण हो सकता है। मुख्य न्यायाधिपति ने इस अवसर पर सभी न्यायिक अधिकारियों, विधि व्यवसायियों और पक्षकारों से आह्वान किया कि वे अधिक-से-अधिक प्रकरणों के निराकरण के लिए प्रयास करें। माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने नेशनल लोक अदालत के खण्डपीठ के पीठासीन अधिकारी एवं सदस्य, अधिवक्तागण बैंक व बीमा कंपनी के प्रतिनिधिगण, पक्षकारगण, पैरालीगल वालेण्टियर समेत सभी हितधारकों का इस लोक कल्याण के कार्य में योगदान करने के लिए उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर मुख्य न्यायाधिपति ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का भी भ्रमण किया गया और मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा हितग्राहियों को व्हील चेयर , ट्रायसायकल व श्रम कार्ड प्रदत्त किया गया। इस अवसर पर मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा लगाई गई रेडी-टू-ईट प्रदर्शनी एवं नेशनल लोक अदालत के अवसर पर स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा उपलब्ध कराए गए निःशुल्क भोजन व्यवस्था (लंगर) का भी निरीक्षण किया गया। सतर्कता व सजगता कायम रखने की माननीय मुख्य न्यायाधिपति की कार्यशैली रही है और इसी के अनुरूप माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने नेशनल लोक अदालत के अवसर पर जिला अम्बिकापुर, धमतरी, बिलासपुर, कांकेर, बालोद, बलौदाबाजार, बेमेतरा, दुर्ग, दन्तेवाड़ा ,जांजगीर-चांपा के प्रधान जिला न्यायाधीशगण से वर्चुअल माध्यम से जुड़कर नेशनल लोक अदालत का निरीक्षण किया व प्रगति का जायजा लिया और उन्हें अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण के लिए मार्गदर्शन करते हुए प्रोत्साहित किया गया।
मुख्य न्यायाधिपति के द्वारा उच्च न्यायालय बिलासपुर में नेशनल लोक अदालत के संबंध में गठित खण्डपीठों का भी वर्चुअल मोड से निरीक्षण किया गया और माननीय उच्च न्यायालय के खण्डपीठों के पीठासीन न्यायमूर्तिगण न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार व्यास एवं न्यायमूर्ति राकेश मोहन पाण्डेय से संवाद करते हुए लोक अदालतों की कार्यवाहियों का जायजा लिया गया ।
मुख्य न्यायाधिपति के द्वारा छत्तीसगढ उच्च न्यायालय में नेशनल लोक अदालत के लिए गठित दोनों खण्डपीठों का तथा जिलों में नेशनल लोक अदालत का वर्चुअल मोड से निरीक्षण जहां आधुनिक तकनीक का न्यायालयीन कार्यवाहियों में उपयोग को दर्शाता है, वहीं मुख्य न्यायाधिपति की यह पहल लोक अदालत के पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों व पक्षकारों को प्रोत्साहित करने के साथ साथ पक्षकारों में विश्वास सृजित करेगा और लोक अदालत को और विश्वसनीयता और प्रमाणिकता प्रदान करेगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा द्वारा नेशनल लोक अदालत की तैयारियों के संबंध में सभी जिले के प्रधान जिला न्यायाधीशों के साथ बैठक कर सतत् पर्यवेक्षण करते हुए मार्गदर्शन दिया जाता रहा है । मुख्य न्यायाधिपति के सतत् मार्गदर्शन व कुशल नेतृत्व में छत्तीसगढ में शीघ्र सुलभ व सस्ता न्याय की अवधारणा को साकार करते हुए लोगों को लोक अदालत के माध्यम से त्वरित न्याय प्रदान किया जाना सुनिश्चित हो पा रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य में उच्च न्यायालय से लेकर तालुका स्तर न्यायालयांे के साथ -साथ राजस्व न्यायालयांे मंे दिनांक 08-03-2025 को आयोजित नेशनल लोक अदालत में शाम पंाच बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार कुल चौंतीस लाख से अधिक प्रकरणों का निराकरण करते हुए कुल तेरह सौ करोड़ रूपए से अधिक का अवार्ड पारित किया गया। निराकृत उक्त प्रकरणों में प्री-लिटिगेशन एवं न्यायालयों में लंबित बैंक रिकवरी, राजीनामा योग्य आपराधिक मामले, विद्युत अधिनियम, श्रम संबंधी, भू अधिग्रहण, मोटर दुर्घटना दावा, वैवाहिक विवाद,, चेक अनादरण, अन्य सिविल प्रकरण, ट्रैफिक चालान, राजस्व न्यायालयों के प्रकरण एवं जल कर, टेलीफोन एवं विद्युत के बकाया देयकों संबंधी, अधिकरणों व वाणिज्यिक न्यायालय के मामले शामिल हैं।
माननीय मुख्य न्यायाधिपति श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा द्वारा कार्यपालक अध्यक्ष छ.ग. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण माननीय श्री न्यायमूर्ति संजय के.अग्रवाल को प्रकरणों के निराकरण में उनके सतत् मार्गदर्शन व प्रयास के लिए विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया गया है। माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में गठित लोक अदालत की दोनों खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारी माननीय न्यायमूर्तिगण व सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया है। माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा राज्य के सभी सम्मानित प्रधान जिला न्यायाधीशगणों और नेशनल लोक अदालत के संबंध में राज्य में गठित सभी खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारियों और खण्डपीठ के सदस्यों, राजस्व अधिकारियों, पुलिस प्रशासन, सभी न्यायालयीन कर्मचारियों के साथ-साथ सभी पैरालीगल वालेण्टियर, अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों तथा पक्षकारों तथा अन्य सभी लोगों जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस नेशनल लोक अदालत को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने में योगदान दिया है, को धन्यवाद ज्ञापित किया है। माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया है, जिन्होनें इस नेशनल लोक अदालत के प्रचार-प्रसार व लोगों के मध्य जागरूकता फैलाने में विशेष योगदान दिया।
रायपुर में नेशनल लोक अदालत के शंुभारंभ अवसर पर रजिस्ट्रार जनरल छत्तीसगढ उच्च न्यायालय, प्रमुख सचिव विधि एवं विधायी कार्य विभाग, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायपुर, अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ व अन्य पदाधिकारीगण, जिला न्यायालय रायपुर के न्यायिक अधिकारीगण , अधिवक्तागण विभिन्न विभागों के अधिकारीगण वित्तीय संस्थाओं के प्रतिनिधिगण , न्यायिक कर्मचारीगण, व पैरालीगल वालेण्टियर आदि उपस्थित थे।