राष्ट्रीय संगोष्ठी और गौरव अलंकरण समारोह 12 को
बिलासपुर . अमरनाथ साव शताब्दी समारोह,थावे विद्यापीठ गोपालगंज बिहार एवं अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के संयुक्त तत्वावधान में 12 मई 2025 को जगन्नाथ मंगलम् के भव्य सभागार में राष्ट्रीय संगोष्ठी होगी एवं समाजसेवी शिवप्रताप साव को भारत गौरव अलंकरण प्रदान किया जाएगा।
उक्त कार्यक्रम प्रातः 10:00 बजे से रात्रि 8 बजे तक आयोजित है। तदाशय की जानकारी देते हुए संयोजक डॉ.विनय कुमार पाठक व प्रबंधक अवनीश साव ने एक संयुक्त वक्तव्य में बताया कि प्रातः काल 10:00 बजे से ‘विकलांग विमर्श: परंपरा एवं विकास’ विषयक संगोष्ठी का उद्घाटन न्यायमूर्ति चंद्रभूषण बाजपेयी के मुख्य आतिथ्य,डॉ. विनय कुमार पाठक राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद की अध्यक्षता तथा डॉ.श्याम लाल निराला प्राचार्य शासकीय जे. पी. वर्मा महाविद्यालय,डॉ. के. के. भंडारी प्राचार्य शबरीमाता शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय, मदनमोहन अग्रवाल राष्ट्रीय महामंत्री अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद तथा समाजसेवी शिवप्रताप साव के विशेष आतिथ्य में सम्पन्न होगा।
इसके बाद नौ राज्यों के विद्वान वक्ताओं के साथ लगभग पचास शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। डॉ.जंगबहादुर पाण्डेय ( रांची, झारखंड),डॉ पी. एस. दयाल यति (बिहार) डॉ. पी. के. सिन्हा( दिल्ली) डॉ.सुषमा मारुति चोंगले (कोल्हापुर, महाराष्ट्र) डॉ.अनीता कुमारी ठाकुर (कोलकाता,पश्चिम बंगाल), डॉ. अनुभूति शर्मा (भोपाल मध्यप्रदेश), डॉ. मंजूश्री वेदुला (झाड़सुगड़ा ओडिशा), डॉ.बालकृष्ण पाण्डेय (श्रृंगवेरपुर), डॉ.भगवान प्रसाद उपाध्याय (प्रयागराज) की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। इस अवसर पर डॉ. दीनदयाल यादव के द्वारा संपादित ‘विकलांग विमर्श: अस्तित्व का संघर्ष’ तथा न्यायमूर्ति चंद्रभूषण बाजपेयी, डॉ.विनय कुमार पाठक एवं डॉ. विनोद कुमार वर्मा द्वारा लिखित ‘ छत्तीसगढ़ पंचायती राज हैंडबुक’ का विमोचन भी होगा।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में प्रख्यात समाजसेवी शिवप्रताप साव जी को थावे विद्यापीठ द्वारा भारत गौरव अलंकरण से संध्या 6 बजे आचार्य दिवाकरनाथ बाजपेयी कुलपति अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के मुख्यआतिथ्य, डॉ. विनय कुमार पाठक कुलपति थावे विद्यापीठ की अध्यक्षता तथा डॉ.
जे. बी.पाण्डेय प्रतिकुलपति, डॉ.पी. एस.दयालयति कुलसचिव एवं डॉ. पी. के.सिन्हा अध्यक्ष राष्ट्र सृजन अभियान (दिल्ली) के विशेष आतिथ्य में किया जावेगा। इसके साथ ही श्री शिवप्रताप साव के नागरिक अभिनंदन के लिए पचास से अधिक साहित्य, समाज व अकादमिक संस्थाओं की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।