विकलांग विमर्श विषयक : राष्ट्रीय संगोष्ठी हेतु आवश्यक बैठक संपन्न
बिलासपुर. अमरनाथ शताब्दी समारोह लमिति बिलासपुर, थावे विद्यापीठ गोपालगंज बिहार एवं अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के सयुक्त तत्त्वावधान में “विकलांग विमर्श – परम्परा और विकास” विषयक सत्रहवीं राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन 12 मई 2025 के सन्दर्भ में एक आवश्यक बैठक सत्संग भवन कृष्णा नगर बिलासपुर में संपन्न हुयी I इस बृहद राष्ट्रीय संगोष्ठी के सिलसिले में संयोजक डाँ. विनय कुमार पाठक कुलपति थावे विद्यापीठ एवं पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग ने बताया कि शोध संगोष्ठी में आप सभी प्राध्यापक, समीक्षक, शिक्षाविद, शोधार्थी, विद्यार्थी व समाजसेवी, चिन्तक सादर आमंत्रित हैं I अमरनाथ समाजसेवी, दानवीर करुना के सागर और बिलासपुर के वैभव को विकसित और छत्तीसगढ़ी भाषा, साहित्य एवं सस्कृति को संरक्षित–संवर्धित करने वाले महानायक के रूप में मान्य हैं I इनके सुपुत्र शिवप्रताप साव भी इसी परम्परा के संवाहक है I इनके बैसठवें जन्मदिन पर थावे विद्यापीठ गोपालगंज बिहार द्वारा “भारत गौरव” अलंकरण प्रदान करके राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का समापन किया जाएगा I इस संगोष्ठी को सफल बनाने के लिए बैठक में पधारे सभी सदस्यों ने अपने सुझाव रखे जिसे संगोष्ठी के समय कार्यान्वित किया जाएगा I
कार्यक्रम के शुरुआत में स्व. अमरनाथ साव के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन किया गया I इसके बाद अनिरुद्ध सिंग परिहार ने अध्यात्म सत्संग समिति की गतिविधियों पर संक्षिप्त जानकारी प्रदान की I इस बैठक में न्यायमूर्ति चंद्रभूषण वाजपेयी डाँ. ए के यदु मदनमोहन अग्रवाल डाँ. श्रीधर गौरहा डाँ.राघवेंद्र दुबे डाँ. विवेक तिवारी डाँ. दीनदयाल यादव डाँ. बजरंग बली शर्मा सीतल पाटनवार राजेशा सोनार डी पी गुप्ता रमेश चन्द्र श्रीवास्तव राजेंद्र राजू शिवप्रताप साव डाँ.विष्णु तिवारी अवनीश साव आशीष गुप्ता राजेन्द्र पुप्ता डाँ. केके भंडारी संतोष गुप्ता देवनारायण कश्यप प्रवीण गुप्ता डाँ. गीता तिवारी अंजनी तिवारी महेंद्र गुप्ता लक्ष्मीकांत गुप्ता डंगदानाम रमाकांत मिश्रा आदि सहित आमंत्रित सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे I