कोई भूखा ना सोए यही मंत्र है धन गुरुनानक दरबार के सेवादारों का, डेढ़ माह में 2 लाख लोगोंं को बांटा गया भोजन
बिलासपुर. जरहभाटा संत भक्त कंवर राम नगर स्थित जिसे हम लोग धन गुरु नानक दरबार के नाम से सब जानते हैं।बिलासपुर शहर के कई अलग-अलग स्थानों में जैसे सिम्स मेडिकल कॉलेज पास जिला हॉस्पिटल, बस स्टैंड रेलवे स्टेशन भारत माता स्कूल गोल बाजार श्याम टॉकीज हटरी चौक जूना बिलासपुर गांधी चौक एवं अन्य स्थानों पर प्रतिदिन सुबह वह शाम को दो टाइम का भोजन लोगों को वितरण किया जा रहा था। लगभग डेढ़ माह के समय में दो लाख लोगों को भोजन वितरण किया गया।विगत वर्ष में भी इसी तरह दरबार की सेवा चालू थी इस वर्ष भी लॉक डाउन लगते ही दरबार के सेवादारी सेवा में लग गए।भोजन के अलावा जरूरतमंद लोगों को निशुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर भी दिया जा रहा था। कहते हैं जब इंसान एक दरवाजा बंद करता है तो भगवान दूसरा दरवाजा खोल देता है और वह दूसरा दरवाजा था धन गुरु नानक दरबार का जिस समय अपने भी पराए हो गए खाने की तो दूर की बात है लोग बात भी नहीं करते थे वह देखने नहीं आता था कोई पूछने नहीं आता था ऐसी परिस्थितियों में सामने जो आया वह था धन गुरु नानक दरबार के सेवादारी डॉ हेमंत कलवानी जी ने बताया कि हमारे गुरु ने सिखाया है कि कोई भी दरबार से खाली ना जाए। और कोई भी भूखा पेट ना सोए इस बात का ध्यान रखें। अगर आपके सामने कोई भूखा है , तो उसे तुरंत भोजन दे प्यासा है तो पानी दे,इस दरबार में पेट का भोजन तो मिला ही मिला प्यासे को पानी भी मिला जरूरतमंदों को ऑक्सीजन भी मिली। और कई ऐसे लोग भी थे जो भक्ति के भूखे थे शांति के प्यासे थे उनके मन को भक्ति से तृप्त किया। पेट के साथ-साथ मन का भी भोजन यहां मिला।गुरु नानक देव जी ने भी कहा है जब कोई भूखा और प्यासा सामने हो तो पहले अपना भोजन भी उन्हें खिला देना चाहिए।इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए धन गुरु नानक दरबार सेवा में लगी हुई है।इस सेवा में सभी सेवादारी सुबह से लेकर रात तक लगातार सेवा करते रहे लंगर की सेवा बंद होने नहीं दी। किसी को भी घर की चिंता नहीं थी ना अपनी चिंता थी। बस चिन्ता तो थी एक ही बात की की कोई भूखा ना सोए। जल्दी से भोजन बने और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे। ऐसी महान दरबार वह महान सेवा दारियों को हम नमन करते हैं।जब तक ऐसी दरबारे वह ऐसे सेवादारी बिलासपुर में हैं चाहे कितनी ही विपदा क्यों ना आए।उन सब को दूर करके आगे बढ़ते रहेंगे जरूरतमंदों को जरूरत का सामान पहुंचाते रहेंगे और सेवा के कार्य चलते रहेंगे।उल्हासनगर धन गुरु नानक दरबार डेरा संत बाबा थाहीरिया सिंग साहेब जी के भाई साहेब जसकिरत सिंह , त्रिलोचन सिंग का सभी सेवादारी यो को आशीर्वाद मिला और कहां धन्य है आपके माता पिता धन्य हैं आपकी सेवा यूं ही सेवा के कार्य चलते रहे। इस महान एवं पुण्य के कार्यों में इन सेवा धारियों का विशेष सहयोग रहा। मूलचंद नारवानी, डॉ हेमंत कलवानी, दौलत राम पंजवानी, रमेश भागवानी, चंदू मोटवानी, बलराम रामानी, राजेश माधवानी, गंगाराम सुखीजा, दिलीप वाधवानी, राजू धामेचा, सुरेश वाधवानी, प्रकाश जगियासी, लक्ष्मण दयलानी, विकी नागवानी, विजय यादव, नरेश मेहरचनदानी, भोजराज नारवानी, सुरेश माधवानी, मेघराज नारा, दिलीप जगमलानी, नंद पोपतानी, तुलसी पोपतानी,एवं अन्य सेवा दारियों का विशेष सहयोग रहा।