अब गोली से होगा कोरोना का खात्मा, फाइजर की दवा को यूरोपियन यूनियन ने दी मंजूरी
लंदन. कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ाई में एक और हथियार मिल गया है. यूरोपियन यूनियन के हेल्थ रेगुलेटर (European Union’s Health Regulator) ने अमेरिकी कंपनी फाइजर की COVID-19 एंटी-वायरल गोली (Pfizer’s COVID-19 Anti-Viral Pill) के उपयोग को मंजूरी दे दी है. माना जा रहा है कि ये गोली कोरोना के नए वेरिएंट पर भी प्रभावी है और संक्रमण को तेजी से फैलने से रोकती है.
ऐसे लोगों पर होगी इस्तेमाल
यूरोपीयन मेडिसिन एजेंसी (EMA) ने एक बयान जारी कर कहा है कि उसने कोरोना से पीड़ित ऐसे वयस्कों के इलाज के लिए पैक्सलोविड (Paxlovid) को अधिकृत करने की सिफारिश की है, जो बीमारी के गंभीर होने के जोखिम में हैं. बता दें कि Paxlovid को अब तक संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और इजरायल सहित कुछ मुट्ठी भर देशों में 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए अधिकृत किया गया है.
दो प्रकार की टैबलेट हैं शामिल
यूरोपीय संघ ने सदस्य देशों को औपचारिक मंजूरी से पहले ओमिक्रॉन के खिलाफ एक आपातकालीन उपाय के रूप में फाइजर की गोली का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है. इस ड्रग में दो प्रकार की टैबलेट शामिल हैं, पहली COVID-19 थेरेपी है जिसे घर पर लिया जा सकता है. इसे आमतौर पर उच्च जोखिम वाले ऐसे मरीजों को दिया जाता है, जिन्हें बिगड़ती स्थिति के चलते अस्पताल में भर्ती कराना जरूरी है.
मौत के जोखिम को करती है कम
इसे पांच दिनों तक दिन में दो बार एक Ritonavir नामक दूसरी दवा के साथ लिया जाता है. Ritonavir एक सामान्य एंटीवायरल है. टीकों के विपरीत, यह लगातार विकसित होने वाले स्पाइक प्रोटीन को लक्षित नहीं करती, जिसका उपयोग कोरोना वायरस कोशिकाओं पर आक्रमण करने के लिए करता है. फाइजर के एक अध्ययन, जिसमें गंभीर COVID-19 होने के उच्च जोखिम वाले 2,200 से अधिक लोगों को शामिल किया गया था, यह पाया गया कि पैक्सलोविड ने अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु के जोखिम को 89 प्रतिशत तक कम कर दिया था.