PAK: संसद में कश्मीर पर थी चर्चा, लेकिन मंत्री और MP के बीच होने लगी गाली-गलौच

इस्लामाबाद. भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया है. इस पर पाकिस्तान संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र बुधवार को बुलाया गया था लेकिन भारत के खिलाफ बयानबाजी के बीच केंद्रीय मंत्री और विपक्षी सांसद के बीच गाली-गलौच और हाथापाई की नौबत आ गई. रिपोर्ट के मुताबिक दरअसल नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के नेता मुशाहिदुल्ला खान कश्मीर मुद्दे पर पाक सरकार के रुख की आलोचना कर रहे थे. इस दौरान संघीय मंत्री फवाद चौधरी ने टोका-टाकी की तो खान ने उनको ‘दब्बू’ कह दिया.
उसके बाद खान और चौधरी के बीच बहस शुरू हो गई. सीनेट चेयरमैन सादिक संजरानी ने संघीय मंत्री को शांत करने की कोशिश की और बैठने को कहा. इस दौरान सदन में शोर-शराबा हो रहा था. लेकिन इसी हंगामे के बीच खान ने चौधरी के लिए ‘डॉग’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि आप बेहद बेशर्म हो. मैं तो आपको घर में बांध आया था लेकिन आप यहां आ गए.
खान के इस तरह के आपत्तिजनक बयान के बाद चौधरी उनकी तरफ बढ़े लेकिन अन्य सांसदों ने उनको रोक लिया. बाद में स्पीकर ने खान और चौधरी के असंसदीय शब्दों को सदन के रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दिया.
पाकिस्तान की नई चाल
इस बीच कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से बौखलाया पाकिस्तान अब नई चाल चल रहा है. पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध स्थगित करने का फैसला लिया है और भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को पाकिस्तान छोड़ने के लिए कहा है. यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री इमरान खान ने की. इस बैठक में पाकिस्तान के शीर्ष असैन्य और सैन्य नेतृत्व मौजूद था. इसके साथ ही पाकिस्तान ने यह भी फैसला लिया है कि उनके राजदूत भी अब दिल्ली में नहीं रहेंगे. इसके अलावा पाकिस्तान ने 9 में से 3 एयरस्पेस भारत के लिए बंद करने का फैसला लिया है.
अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिका ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा है कि वह भारत को धमकी देने के बजाय अपनी सरजमीं पर पनपने वाले आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करे. अमेरिका का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब भारत के आर्टिकल 370 और आर्टिकल 35A हटाने और जम्मू-कश्मीर के दो हिस्सों में विभाजन की घोषणा के जवाब में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कूटनीतिक रिश्तों में कमी करने का फैसला किया है. उससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी कहा था कि भारत को इस फैसले का अंजाम भुगतना होगा. उसी परिप्रेक्ष्य में अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह देश में पनपने वाले आतंकी ढांचे के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करके दिखाए.