पाली पुलिस ने की एक पक्षीय कार्यवाही : सद्भाव पत्रकार संघ छग ने की कड़ी निंदा

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. कोयला चोरों का गढ़ बन चुके पाली क्षेत्र में पत्रकार सुरक्षित नहीं है। कोयला तस्करी की खबर लिखने वाले पत्रकारों के मुंह को बंद कराने तरह तरह से हथकंडे अपनाये जाये रहे हैं। जनहित में काम करने वाले पत्रकारों की पुलिस निगरानी कर रही है और समझौता कराने जैसे छोटे मामलों में त्वरित कार्यवाही करते हुए पत्रकार को जेल भेजा जा रहा है। पाली पुलिस ने मामूली विवाद को तूल देते हुए सद्भाव पत्रकार संघ छग के कोरबा जिला उपाध्यक्ष कमल महंत के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उसे जेल भेज दिया। इस घटना की सद्भाव पत्रकार संघ छग ने कड़ी निंदा करते हुए मामले में पाली थानेदार के विरुद्ध निलंबन की मांग की है।

पत्रकारों के खिलाफ अपराध दर्ज करने से पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह और जांच पड़ताल नहीं की जा रही है। बीते 28 मई को पाली पुलिस ने सद्भाव पत्रकार संघ छग के कोरबा जिला उपाध्यक्ष कमल महंत पर एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए उसे जेल दाखिल करा दिया। बताया जा रहा है कि पत्रकार कमल महंत का अपने पड़ोस में रहने वाले परिवार से मामूली विवाद हो गया था। इस मामले में दोनों पक्ष की महिलाओं ने थाने में लिखित शिकायत देकर मामले का सुलह कराना चाहती थी किंतु में पाली पुलिस ने एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए पत्रकार कमल महंत के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया। जबकि शिकायत करने वाली महिला ने साफ तौर पर कहा कि हम पड़ोसी हैं, विवाद मामूली था जिसमें न्यायालय आने की जरूरत नहीं थी। मालूम हो कि कोयला तस्करी की जुड़ी खबर प्रकाशित करने के बाद पत्रकार कमल महंत पर इन दिनों खतरा मंडरा रहा है। पुलिस द्वारा विद्वेश पूर्वक किये गये कार्यवाही के मामले में सद्भाव पत्रकार संघ छ.ग ने कड़ी निंदा करते हुए थानेदार के विरुद्ध निलंबन की मांग की है।

मंगलवार दोपहर एक बजे मुंगेली नाका स्थित सर्किट हाउस में सद्भाव पत्रकार संघ छग की एक आवश्यक बैठक हुई। इस अहम बैठक में संगठन के कोरबा जिले के उपाध्यक्ष पत्रकार कमल महंत पर की गई पुलिसिया कार्यवाही मुद्दा गरमाया रहा। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आरडी गुप्ता ने कहा कि पाली पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही निंदनीय है। जब पत्रकार की पत्नी ने पाली पुलिस को लिखित में शिकायत दी थी तो पुलिस को दोनों पक्षों को बुलाकर थाने में समझौता कराना था लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया, जो निंदनीय है। सद्भाव पत्रकार संघ छग इस मामले में मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और डीजीपी से शिकायत कर पाली थानेदार की निलंबन की मांग करेगा। बैठक में प्रमुख रूप से संघ प्रदेश कार्यकारणी अध्यक्ष देवदत्त तिवारी, विनय मिश्रा, मनीष शर्मा, उमाकांत मिश्रा, प्रकाश चंद्र अग्रवाल, राजेन्द्र यादव, आमिर खान, सतीष प्रसाद, सुधीर तिवारी, अखिल वर्मा, सत्येन्द्र वर्मा, अनिल श्रीवास आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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