रिकॉर्ड में गड़बड़ी करने का दोषी पाए जाने पर पटवारी बर्खास्त
सूरजपुर। तहसील कार्यालय लटोरी में पदस्थ पटवारी बालचंद पिता हिरकिशुन राजवाड़े को शासकीय भूमि के खसरा नंबरों में गड़बड़ी करने का दोषी पाए जाने पर सेवा से हटा दिया गया है। कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देश पर सूरजपुर एसडीएम शिवानी जायसवाल ने जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित की।
जांच में पुष्टि हुई कि ग्राम पंचायत मदनपुर स्थित शासकीय भूमि—खसरा नंबर 83/2 (0.27 हेक्टेयर), 84 (0.98 हेक्टेयर), 89 (0.25 हेक्टेयर), 101 (0.52 हेक्टेयर), 104 (0.40 हेक्टेयर), 105 (0.20 हेक्टेयर) और 108 (0.25 हेक्टेयर)—में पटवारी बालचंद ने छेड़छाड़ कर चिंताराम राजवाड़े की जगह शिवलाल पिता चिंताराम का नाम दर्ज कर दिया।
इसी तरह, खसरा नंबर 66 (0.75 हेक्टेयर), 48 (0.11 हेक्टेयर), 67 (0.74 हेक्टेयर), 68 (0.27 हेक्टेयर) और 57 (0.84 हेक्टेयर) की भूमि के रिकॉर्ड बदलकर प्रकाश समद्दार के नाम दर्ज किए गए। बाद में, इन सभी भूमि खसरों को प्रकाश समद्दार पिता शैलेन्द्र समद्दार, निवासी किशुनपुर, तहसील अंबिकापुर के नाम स्वामित्व में जोड़ दिया गया।
इसके अलावा, खसरा नंबर 58 (0.26 हेक्टेयर), 168 (0.82 हेक्टेयर) और 109 (0.26 हेक्टेयर) की शासकीय भूमि का मद परिवर्तन कर सुखरंजन हालदार के नाम किया गया, जिसे बाद में विभा सिंह पति सुखरंजन हालदार, निवासी अंबिकापुर के नाम पर दर्ज कर दिया गया। हालांकि, इस आदेश की कोई प्रति संलग्न नहीं की गई थी।
पटवारी बालचंद ने ग्राम पंचायत मदनपुर और पंडोनगर की शासकीय भूमि में हेरफेर कर व्यक्तिगत लाभ के लिए ऑनलाइन राजस्व रिकॉर्ड में अनियमितताएँ कीं। इस गंभीर कृत्य को देखते हुए सूरजपुर एसडीएम ने उन्हें बर्खास्त कर दिया।