अपोलो अस्पताल मार्ग में वर्षों से बसे लोगों को उजाड़ने का सिलसिला जारी
बिलासपुर/अनिश गंधर्व। शहर के प्रमुख मार्गों में शामिल अपोलो अस्पताल से लेकर रपटा चौक तक की सड़क को चौड़ा करने की योजना के तहत प्रशासनिक कार्रवाई जोरों पर है। इस क्षेत्र में वर्षों से बसे लोगों को उजाड़ने का सिलसिला जारी है, जिससे नागरिकों में रोष की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
हर दिन नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी और अतिक्रमण विरोधी दस्ते द्वारा बुलडोजर की सहायता से अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जा रहा है। सड़क चौड़ीकरण की इस प्रक्रिया में कई परिवारों को अपने आशियाने खोने पड़ रहे हैं। निगम की इस कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय लोगों द्वारा कलेक्टर कार्यालय और नगर निगम कार्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए उनके घरों को तोड़ा जाना अन्यायपूर्ण है।
प्रशासनिक अधिकारियों का तर्क है कि रपटा चौक से अपोलो अस्पताल मार्ग तक सड़क चौड़ी होने के बाद आम जनता को यातायात में बड़ी सुविधा होगी। फिलहाल यह मार्ग संकीर्ण होने के कारण भारी वाहनों और आम आवागमन में कठिनाई आती है, जिसे दूर करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया जा रहा है।
आज की कार्रवाई में नगर निगम ने सड़क किनारे बसे लोगों को हटाने के लिए नोटिस देने के बाद उनके मकानों पर बुलडोजर चलाया। प्रभावित लोगों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में शहर भर में नगर निगम द्वारा अवैध निर्माणों के खिलाफ बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि इस कार्रवाई को लेकर जनता के बीच असंतोष और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। स्थानीय लोग इसे मनमानी और अमानवीय करार दे रहे हैं।
सड़क चौड़ीकरण भले ही शहर के भविष्य को ध्यान में रखकर किया जा रहा हो, लेकिन इसके चलते आम जनता को जो नुकसान हो रहा है, उसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। प्रशासन को चाहिए कि वह प्रभावितों के पुनर्वास और उचित मुआवजे की व्यवस्था करे, ताकि विकास की राह पर चलते हुए मानवीय मूल्यों की अनदेखी न हो।