May 19, 2021
सकारात्मक सोच सही खानपान एवं योग,कमजोर होती आंखों का रामबाण इलाज
भोपाल. आदर्श योग आध्यात्मिक योग केंद्र स्वर्ण जयंती पार्क कोलार रोड़ भोपाल के संचालक योग गुरु महेश अग्रवाल कई वर्षो से निःशुल्क योग प्रशिक्षण के द्वारा लोगों को स्वस्थ जीवन जीने की कला सीखा रहें है वर्तमान में भी ऑनलाइन माध्यम से यह क्रम अनवरत चल रहा है | वर्तमान कोविड 19 महामारी में भी हजारों योग साधक अपनी योग साधना की निरंतरता से विपरीत परिस्थितियों में भी स्वयं स्वस्थ एवं सकारात्मक रहते हुए सेवा के कार्यों में लगे है | योग गुरु अग्रवाल ने बताया कि नजर कमजोर होना आजकल एक सामान्य सी बात है, इस समस्या को मजबूरी मान लेना समझदारी की बात नहीं है क्योंकि सही खानपान , योग, एवं सही जीवन शैली की मदद से कमजोर नजर को ठीक किया जा सकता है, आंखों की ठीक से देखभाल न करना, पोषक तत्वों की कमी, अनियमित जीवन शैली या फिर आनुवांशिक कारणों के कारण आंखों की रोशनी कम हो जाती है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए नियमित योग अभ्यास करें | अनुलोम विलोम* – रोजाना 10-15 मिनट इस आसन को करें। इससे आंखों की रोशनी बढने के साथ-साथ दिमाग शांत रहेगा। शीर्षासन, सर्वांगासन से पूरे शरीर का व्यायाम एक साथ हो जाता है। इसके साथ ही आंखों को भी लाभ मिलता है। आंखों की फिटनेस शरीर की तरह आंखों को भी व्यायाम कराएं। आंखों को चारों तरफ़ गोल-गोल घुमाएं। ऊपर और नीचे घुमाएं। कम से कम तीन से चार सेकंड तक अपनी पलकों को लगातार झपकाएं और फिर आंखें तेज़ी से बंद कर लें। कुछ सेकंड बाद आंखें खोलें। इसके अलावा नज़रें तेज़ करने वाली पहेलियां जैसे दो तस्वीरों में अंतर ढूंढना या अलग वस्तु पहचानें आदि भी आंखों के लिए व्यायाम का काम करेंगी। त्राटक का अभ्यास करें, कोरोना काल में घर में रहकर काम करने से जहां स्क्रीन टाइम बढ़ा है, वहीं ज़ाहिर है, आंखों पर ज़ोर भी ज़्यादा बढ़ा है। आंखों की सुरक्षा व सेहत के लिए इन बुनियादी बातों का ध्यान रखना है.
आंखों को आराम दें – घर में ही रहने से सब हर समय किसी ना किसी स्क्रीन के सामन डटे रहते हैं, जैसे टीवी देख रहे हैं, कम्प्यूटर पर काम कर रहे हैं, या मोबाइल पर आंखें गड़ाए हैं। आंखों को बीच-बीच में थोड़ा आराम दें। लगातार स्क्रीन पर नज़र रहेगी, तो आंखें प्रभावित होंगी। 20 मिनट के स्क्रीन टाइम के बाद 5 मिनट आंखों को बंद करके आराम दें। आंखों को ठंडक देने के लिए खीरे का टुकड़ा या टिश्यू पेपर को गुलाब जल से गीला करके आंखों पर रखें। इससे ये हाइड्रेटेड रहेंगी, थकान उतरेगी और ताज़गी महसूस होगी।
तरीक़े बदलिए – रोशनी बंद करके और लेटकर टीवी देखने से आंखों पर तनाव बढ़ता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हमेशा बैठकर, समुचित दूर से और थोड़ी रोशनी में टीवी देखना चाहिए। टीवी न दाई ओर और न बाई ओर बैठकर देखें, हमेशा सामने ही बैठकर देखें। इसके लिए कमरे की व्यवस्था भी उसी प्रकार करें। किताब या मोबाइल देखते वक़्त आंखों को छोटी करके और ज़ोर देकर न देखें, न पढ़ें। आइड्रॉप जरूर डालें, लेकिन चिकित्सक के निर्देशानुसार।
रोशनी का ध्यान रखें – केवल स्क्रीन पर काम करते वक़्त ही नहीं बल्कि आंखों का कोई भी काम करते वक़्त रोशनी की अच्छी उपलब्धता ज़रूर रखें, चाहे पढ़ाई कर रहे हों, या मोबाइल का इस्तेमाल या सिलाई-कढ़ाई। भरपूर रोशनी नहीं होगी तो आँखों पर ज़ोर पड़ेगा। अपनी वर्क डेस्क खिड़की के पास बनाएं। यह भी ध्यान रखें कि बाहर की रोशनी सीधे कम्प्यूटर या लेपटॉप पर न पड़े क्योंकि इससे स्क्रीन साफ़ नज़र नहीं आएगी और आंखों पर ज़ोर देकर देखना पड़ेगा। बैठक ऐसे व्यवस्थित करें कि रोशनी हो लेकिन स्क्रीन पर निगाह टिकाते समय आपको आंखों पर अतिरिक्त ज़ोर न देना पड़े
प्राकृतिक एवं घरेलु चिकित्सा से आंखों को ठीक रखा जा सकता है
1. पैर के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करके सोएं. सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर चलें
2. एक चने के दाने जितनी फिटकरी को सेंककर सौ ग्राम गुलाबजल में डालकर रख लें. रोजाना रात को सोते समय इस गुलाबजल की चार-पांच बूंद आंखों में डाले. साथ ही, पैर के तलवों पर घी की मालिश करें इससे चश्मे का नंबर कम होना शुरू हो जाएगा.
3. आंवले के पानी से आंखें धोने से या गुलाबजल डालने से आंखें स्वस्थ रहती हैं.
4. बादाम की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिला लें. रोज इस मिश्रण को एक चम्मच मात्रा में एक गिलास दूध के साथ रात को सोते समय लें. बादाम आंखों की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं
5. आंखों के हर प्रकार के रोग जैसे पानी गिरना, आंखें आना, आंखों की दुर्बलता, आदि होने पर रात को आठ बादाम भिगोकर सुबह पीस कर पानी में मिलाकर पीने से आंखें स्वस्थ रहती हैं.
6. हल्दी की गांठ को तुअर की दाल में उबालकर, छाया में सुखाकर, पानी में घिसकर सूर्यास्त से पूर्व दिन में दो बार आंख में काजल की तरह लगाने से आंखों की लालिमा दूर होती है.
7. सुबह के समय उठकर बिना कुल्ला किए मुंह की लार अपनी आंखों में काजल की तरह लगातार 6 महीने लगाते रहने पर चश्मे का नंबर कम हो जाता है.
8. कनपटी पर गाय के घी की हल्के हाथ से रोजाना कुछ देर मसाज करने पर आंखों की रोशनी बढ़ती है.
9. त्रिफला चूर्ण को रात्रि में पानी में भिगोकर, सुबह छानकर उस पानी से आंखें धोने से नेत्रज्योति बढ़ती है.
10. बादाम की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिला लें. रोज इस मिश्रण को एक चम्मच मात्रा में एक गिलास दूध के साथ रात को सोते समय लें.
11.अदरक का छिलके को हटाकर एक चम्मच जूस निकाल लें। उसमें 1 चम्मच नींबू का रस, सफेद प्याज का 1 चम्मच रस, 3 चम्मच शहद मिलाकर बना लें। रोजाना इसे आंखों में 1-1 बूंद डालें।
12.एक्यूप्रेशर पॉइंट अंगूठे के बगल की अंगूली और दूसरी अंगुली के नीचे की जगह को दबाएं। इससे आपकी आंखों की इम्यूनिटी भी सही होगी। इसके साथ ही इससे शरीर में ऊर्जा उत्पन्न होगी।
13. जल नेति से भी आंखों को ठीक रखा जा सकता है,
14 किसी भी प्रकार का क्रीम चेहरे पर हेयर डाई शैम्पू से भी आंखें कमजोर होती है
15. विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा कैरोटिन से युक्त आहार का सेवन करें,जैसे- गाजर, सभी खट्टे फल आदि। विटामिन-ए के लिए गेहूँ से बने उत्पाद तथा नट्स का सेवन करें । -हरी पत्तेदार सब्जियाँ एवं दालों का सेवन करें |-ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का सेवन आंखों के लिए बेहद जरूरी होता है। विटामिन -सी युक्त आहार डाइट में शामिल करना चाहिए । मोतियाबिंद जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता है, यह एक एंटीऑक्सिडेंट होने की वजह से आंखों के स्वास्थ्य को सही रखने में मददगार होता है.
शकरकंद आंखों की सेहत के लिए शकरकंद भी फायदेमंद होती है। विटामिन ई स्वस्थ आंखों के लिए फायदेमंद होता है। जैतून का तेल,नींबू, टमाटर, अमरूद और संतरा, आंवला,सिट्रस फलों में शामिल है। इन फलों में प्रचुरता में विटामिन सी पाया जाता है और ये आंखों को सूर्य की रोशनी से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। आडू, आम और पपीता, पीले रंग के फल भी, काली मिर्च में विटामिन ए और विटामिन ई अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं,काली मिर्च को घी के साथ सेवन करें, दृष्टि दोष से रोकथाम के लिए शहद का सेवन करना शुरु कर दें। लंबे समय तक कम्प्यूटर पर काम करने की वजह से आंखें में दर्द और थकान महसूस होता है। इसके लिए आंख बंद करके पलकों पर शहद लगाकर आधे घंटे तक आराम करें। आधे घंटे बाद ठंडे पानी से आंखों को धो लें। सकारात्मक एवं प्रसन्न रहें दूसरों के भलाई के कार्य करें शीध्र लाभ होता है.