प्रेसवार्ता : प्रधानमंत्री की सुरक्षा हमारे लिये भी महत्वपूर्ण है, हमने दो-दो प्रधानमंत्री इस देश पर कुर्बान किए – भूपेश बघेल
रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री सबके हैं, प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा हमारे लिये भी महत्वपूर्ण है। हमने दो-दो प्रधानमंत्री इस देश पर कुर्बान किए है-श्रीमती इंदिरा गांधी और श्री राजीव गांधी। हमें मालूम है कि सुरक्षा क्या होती है और हमारे प्रधानमंत्रियों ने, कांग्रेस पार्टी ने, हमेशा ये सुनिश्चित किया है कि उनके लिए देश सबसे बड़ा है। प्रधानमंत्री का पद इतना बड़ा है कि उसके सामने राजनीति आ ही नहीं सकती। जिस प्रकार की आपत्तिजनक शब्दावली का इस्तेमाल भाजपा के केंद्रीय मंत्री कर रहे हैं और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर रहे हैं, इसकी हम निंदा करते है। अगर कुछ किसान सड़क पर आ जाएं और उन्हें हटाने में 15 मिनट की देरी हो गई, तो पुलिस पर या सरकार पर या श्री चरणजीत सिंह चन्नी पर इल्जाम लगाना अनुचित है। क्या आपके सुरक्षा अधिकारियों ने आपके प्रवास के पूर्व वेदर फोरकास्ट नहीं देखा था? जबकि राज्य सरकार पूर्व से आपको आगाह करती रही थी कि मौसम अनुकूल नहीं रहेगा और किसानों का भारी विरोध भी मोदी जी के लिये है। 110 किमी के रूट को अंतिम मिनटों में सेनेटाइज करना क्या आसान होता खासकर तब जब प्रदेश के कोने-कोने में मोदी जी का विरोध हो रहा हो? मैं मांग करता हूं कि प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में चूक के लिये एस.पी.जी. और आई.बी. के जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित किया जाये, उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। कांग्रेस की सरकार ने एसएसपी को सस्पेंड कर दिया है, जांच होगी और विधि सम्मत कार्यवाही भी होगी, ये कांग्रेस की सरकार है किसी के अहम की पूर्ति के लिये किसी भी निर्दोष को सजा नहीं देगी और किसी भी दोषी को छोड़ेगी नहीं। मोदी जी आप अब डर्टी पॉलिटिक्स करना बंद कर दीजिये, प्रोपेगेंडा चलाना बंद कर दीजिये, अपना मजाक मत बनाईये। विनाश काले विपरीत बुद्धि वाली बात पर अमल मत करिये। अभी तो सिर्फ पंजाब और उत्तरप्रदेश आपके हाथ से निकल रहा है। अभी बहुत से सदमे झेलने हैं आपको। लोकतंत्र में विरोध को झेलना भी पड़ता है और सीखना भी पड़ता है। दिल्ली के सिंहासन पर आपका टाइम खत्म हुआ मोदी जी ये आप जितनी जल्दी समझ जायेंगे उतना अच्छा।
आप और आपके लोग पंजाब के एक ऐसे मुख्यमंत्री पर सारा दोष मढ़ना चाहते है जो दलित समाज से आता है, जिसने हाल ही में मुख्यमंत्री की कुर्सी को संभाला है, और कांग्रेस की रीति-नीति परंपरा के अनुसार बेहतर शासन चला रहे है। आपका विरोध कहीं इसलिये तो नहीं कि आप दलित मुख्यमंत्री को सहन नहीं कर पा रहे हैं, जैसे आपकी प्रदेश प्रभारी ने छत्तीसगढ़ में कहा था कि छत्तीसगढ़ का किसान ओबीसी मुख्यमंत्री भाजपा के लिये सबसे बड़ी परेशानी है? राज्य सरकार ने इस कथित सुरक्षा चूक के लिये अपने अधिकारियों को निलंबित किया है। आप बताइए कि केंद्र सरकार ने अपनी ए.एस.एल. टीम के किन-किन अधिकारियों को सस्पेंड किया? आपने एसपीजी या आईबी के किन अधिकारियों पर कार्यवाही की जिन्होंने अचानक अतार्किक निर्णय लेकर बाई रोड आपको ले जाने का फैसला लिया। क्या चप्पे-चप्पे पर तैनात आपकी इंटेलिजेंस ब्यूरो ने आपको नहीं बताया था कि पंजाब में जगह-जगह पर भाजपा और मोदी जी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है?
15-20 मिनट एक फ्लाईओवर पर रुकना और ऐसी जगह पर रुकना जिसके बारे में कोई भी सिक्योरिटी थ्रेट सामने नहीं आयी थी, देश के प्रधानमंत्री को इतना ज्यादा डरना शोभा नहीं देता। भारत के प्रधानमंत्री को जिसके पास दुनिया की बेहतरीन एसपीजी सुरक्षा है जिसके पास रॉ है, आई बी है, ढेरो एजेंसियॉ है आपको ऐसा कहना शोभा नहीं देता। मोदी जी आपकी सभा कार्यक्रम में 70000 की जगह केवल 700 लोग पहुंचे थे, आपका अहं इससे घायल हो गया, आप सहन नहीं कर पाये कि मोदी की सभा हो और मुट्ठी भर लोग भी न जुट पायें? मोदी का कार्यक्रम और लोग दूरी बनायें? आपकी आई.बी., एन.आई.ए., सी.बी.आई., एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट और तमाम संगठन आपके इशारों पर नाचते है, आप उनका राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिये इस्तेमाल करते है, छापे पड़वाते है, विपक्षी नेताओं को डराने का काम करते है तो उनसे अपने सिक्योरिटी थ्रेट अनालिसिस का काम क्यों नहीं करवाते?
आईबी के अफसर तो रोज आपको पूरी जानकारी देते है, क्या उन्होंने आपसे बताया था कि आपकी जान को खतरा है? अगर कोई सिक्योरिटी थ्रेट नहीं था तो आप इतना घबरा क्यों रहे है? आप तिल का ताड़ और राई का पहाड़ बनाने की रणनीति पर चल रहे है ताकि पंजाब में आने वाले चुनावों के मद्देनजर जनता की सहानुभूति प्राप्त कर सकें कि भैया मोदी जी की सुरक्षा कांग्रेस सरकार नही कर पायी। आप इसे जान बूझकर बड़ा मुद्दा बना रहे है ताकि आपकी रैली कार्यक्रम की विफलता छुप जाये, ये असल में आपका कवरिंग फायर हैं। सुरक्षा में चूक क्या होती है ये आप झीरम घाटी कांड से समझिये। आपकी भाजपा की सरकार कांग्रेस पार्टी की परिवर्तन यात्रा को सुरक्षा मुहैया नहीं करवाती, परिवर्तन यात्रा पर हजारो नक्सलियों का हमला होता है, हमारे प्रदेश अध्यक्ष सहित कांग्रेस नेतृत्व की एक पूरी पीढ़ी नक्सली हमले में शहीद हो जाती है लेकिन आपकी भाजपा का मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देता। उस समय केंद्र में मनमोहन सिंह जी की सरकार ने कभी अनुच्छेद 356 लगाने की बात नहीं कही। आज आपके लोग पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात कर रहे है मुझे लगता है कि आप लोग दलित मुख्यमंत्री को सहन नहीं कर पा रहे है। आपके लोगों को इसमें लोकतंत्र के खिलाफ साजिश की बू आ रही है, साजिश तो वो है जो आप लोग कर है और आपके लोग चाहते है कि 15 मिनट एक फ्लाई ओवर पर रूकने मात्र के लिये कांग्रेस की सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिये? आप लोगों का असली चरित्र है। पंजाब में दरअसल आप किसी और का ठीकरा किसी और के सिर पर फोड़ना चाहते थे। कार्यक्रम के आयोजक लगातार मोदी जी का कार्यक्रम बदल रहे थे, मोदी जी के लैंड करने तक आयोजक ये तय नहीं कर पाये थे कि सबसे पहले मोदी जी को कहां ले जाना है? जब मोदी जी का कार्यक्रम तय हुआ था उसी समय यह स्पष्ट था कि इस दिन मौसम खराब रहेगा, इसके बावजूद दिल्ली से भटिंडा के लिये निकलने से पहले एसपीजी के अधिकारियों ने पंजाब सरकार से कोई संपर्क नही। भटिंडा एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद एस.पी.जी. के अधिकारियों ने निर्णय लिया कि मोदी जी को बाई रोड लेकर जायेंगे, बाई रोड लेकर जाने का प्लान एक कंटीन्जेसी प्लान था मुख्य प्लान नहीं। इसके बावजूद राज्य सरकार ने इस रूट पर भी सुरक्षा व्यवस्था लगाई थी। मोदी जी के पूरे प्रवास कार्यक्रम के लिये राज्य के पुलिस महानिदेशक, 04 एडीजी सहित 10 हजार का पुलिस फोर्स लगा हुआ था। पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे, डॉ. प्रेमसाय सिंह उपस्थित थे।