प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने की विचार-विमर्श

तियानजिन . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सोमवार को कहा कि यूक्रेन संघर्ष को यथाशीघ्र समाप्त करना मानवता का आह्वान है। मोदी और पुतिन ने चीनी बंदरगाह शहर तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के इतर बातचीत की।

यह बैठक ऐसे समय में हुई जब भारत एवं अमेरिका के संबंध पिछले दो दशक के संभवतः सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शुल्क नीति और उनके प्रशासन द्वारा भारत की लगातार आलोचना किए जाने के कारण संबंधों में तनाव बढ़ गया है।

भारत द्वारा जारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने आर्थिक, वित्तीय और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर भी विचार-विमर्श किया तथा इन क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों के निरंतर आगे बढ़ने पर संतोष व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने टेलीविजन पर प्रसारित अपने वक्तव्य की शुरुआत में कहा, ‘‘हम यूक्रेन में शांति लाने के सभी हालिया प्रयासों का स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि सभी संबंधित पक्ष ‘रचनात्मक तरीके से’ आगे बढ़ेंगे।”

उन्होंने कहा कि मानवता का आह्वान है कि संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त किया जाए और क्षेत्र में स्थायी शांति लाने के तरीके खोजे जाएं। मोदी ने कहा कि भारत रूसी नेता का स्वागत करने का इंतजार कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ शिखर वार्ता के लिए पुतिन दिसंबर में भारत आने वाले हैं।

मोदी ने कहा कि भारत और रूस कठिन समय में भी हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच घनिष्ठ संबंध वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं।

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने यूक्रेन से संबंधित ताजा घटनाक्रम सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।” उसने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने के लिए हाल में की गई पहलों के प्रति अपना समर्थन दोहराया और संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने एवं एक स्थायी शांति समझौता करने की आवश्यकता पर बल दिया।” विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के प्रति अपने समर्थन की पुष्टि की।

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