जातिगत जनगणना का विरोध करना राष्ट्रविरोधी मानसिकता…राहुल गांधी
चंडीगढ़ : कांग्रेस नेता और संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना को देश में असमानताओं को दूर करने का एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि यह जनगणना भारत की शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीति और नौकरशाही में प्रभावी नियंत्रण की सच्चाई को उजागर करेगी।
राहुल गांधी ने भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICSSR) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव थोराट के साथ जातिगत जनगणना की आवश्यकता पर चर्चा की।
जातिगत जनगणना से सामने आएगी सच्चाई
राहुल गांधी ने कहा कि भारत के शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीतिक और नौकरशाही तंत्र पर एक विशेष वर्ग का कब्जा है। जातिगत जनगणना से यह स्पष्ट होगा कि कौन किस संस्था को नियंत्रित कर रहा है और किसे क्या अधिकार मिल रहे हैं। उन्होंने इसे एक राष्ट्रवादी प्रयास करार दिया और कहा कि “अगर कोई जातिगत जनगणना का समर्थन नहीं करता, तो वह सच्चाई को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। यह राष्ट्र विरोधी मानसिकता दर्शाता है।”