टीम इंडिया की Playing XI से पुजारा की हो सकती है छुट्टी, दूसरे टेस्ट के लिए तैयार है ये बल्लेबाज!
नई दिल्ली. भारतीय टेस्ट टीम (Team India) की प्लेइंग इलेवन में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) की जगह खतरे में है. बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में पुजारा सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए. पुजारा लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. ऐसे में चेतेश्वर पुजारा टीम इंडिया (Team India) की प्लेइंग इलेवन (Playing XI) में फिट नहीं बैठते. आइए एक नजर डालते हैं कि कौन सा वह खिलाड़ी है, जो इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) की जगह ले सकता है.
हनुमा विहारी
हनुमा विहारी के रिकॉर्ड देखें तो उन्हें नंबर तीन पर चेतेश्वर पुजारा की जगह पर प्रबल दावेदार माना जा रहा है. टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज हनुमा विहारी अक्सर टीम की प्लेइंग इलेवन से अंदर-बाहर होते रहते हैं. टीम इंडिया चेतेश्वर पुजारा की जगह हनुमा विहारी को नंबर 3 पर मौका दे सकती है. 27 साल के हनुमा विहारी ने 12 टेस्ट मैचों में 32.84 की औसत से 624 रन बनाए हैं. टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से रनों का सूखा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अगस्त 2019 से बात करें तो पुजारा ने 18 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 29 की मामूली औसत से महज 504 रन बनाए हैं. चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म को देखकर ऐसा लगता है कि इनका टेस्ट करियर अब खत्म होने की कगार पर है.
इंजेक्शन लेकर टीम के लिए दी थी कुर्बानी
हनुमा विहारी ने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच में घायल होने के बाद भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को धराशाई कर दिया. सिडनी टेस्ट में कंगारू टीम मुकाबला जीतने की कगार पर थी, लेकिन हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) दीवार की तरह खड़े रहे और मुकाबला ड्रॉ कराया.
हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने एक वेबसाइट पर दिए गए इंटरव्यू में बताया है कि उन्होंने इंजेक्शन लेने के बाद खेला था. उन्होंने कहा, ‘मैंने दर्द निवारक (पेन किलर) इंजेक्शन लिया था और मेरे पैर में टेप भी बंधी हुई थी. मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि मुझे अपनी टीम के लिए खड़े रहना है. मैंने सोच लिया था कि मुझे हर हाल में करीब तीन घंटे बल्लेबाजी करनी है’.
ऐसा लगा जैसे एक पैर ही नहीं है
विहारी ने कहा, ‘टी ब्रेक के दौरान मैंने इंजेक्शन लिया था. इसके बाद मुझे दर्द तो महसूस नहीं हो रहा था, लेकिन दाहिने पैर में कमजोरी जरूर लग रही थी. मुझे अपना दाहिना पैर बिल्कुल भी महसूस नहीं हो रहा था. इतनी पेन किलर लेने के बाद मुझे दर्द तो नहीं हो रहा था, लेकिन मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरा एक पैर ही नहीं है’.
उन्होंने कहा, ‘”मैं जानता था कि वहां मेरी सीरीज का अंत हो गया है. मुझे पता था कि यह कोई क्रैंप या छोटी मोटी चोट नहीं है. मैं जानता था कि मैंने अपनी हैमस्ट्रिंग को फाड़ दिया था. क्योंकि मैंने पहले भी ऐसा किया है. मैं चल या दौड़ नहीं सकता था’. बता दें कि विहारी (Hanuma Vihari) ने सिडनी टेस्ट में 161 गेंदो में नाबाद 23 रनों की पारी खेली.