राहुल गांधी ने कहा-अनुच्छेद 370 निरस्त करने जैसा कदम पहले कभी नहीं उठाया गया
चेन्नई. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की अगुवाई में 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें विपक्षी दलों की गोलबंदी नजर आई. इस मौके पर मौजूद नेताओं ने भाजपा को हराने और राष्ट्र के संस्थापक सिद्धांतों की रक्षा का संदेश देने का प्रयास किया.
शासन के लिए नौकरशाहों को छोड़ा
जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को 2019 में निरस्त करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह एक ऐसा कदम था, जो देश में पहले कभी नहीं उठाया गया. इसके जरिए उत्तर प्रदेश और गुजरात के नौकरशाहों को केंद्र शासित प्रदेश पर शासन करने के लिए छोड़ दिया गया.
उमर अब्दुल्ला के टिप्पणी के बाद प्रतिक्रिया
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (Chief Minister MK Stalin) की आत्मकथा ‘उंगालिल उरुवन’ (आपके बीच से ही एक) का विमोचन किया. इस मौके पर अपने संबोधन में तत्कालीन राज्य के केंद्र शासित प्रदेश के रूप में विभाजन पर अफसोस जताया. अब्दुल्ला के इस बयान के बाद गांधी की यह टिप्पणी सामने आई.
राज्य के लोग खुद पर नहीं करते शासन
राहुल गांधी (rahul gandhi) ने कहा कि उमर ने कमाल की बात कही है. हमें यह समझना होगा कि आजादी के बाद पहली बार भारतीय संघ के किसी राज्य की शक्तियां छीन ली गईं. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि लोगों के अधिकार उनसे छीने गए हों. आज जम्मू-कश्मीर के लोग खुद पर शासन नहीं करते हैं. उत्तर प्रदेश और गुजरात के नौकरशाह जम्मू-कश्मीर में शासन करते हैं. इस मौके पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद थे.