15 वर्षों की कमीशन खोरी के बाद बेरोजगार हो चुके रमन और राजेश मूणत को हर जगह बेरोजगारी दिखाई दे रही है : आरपी सिंह
रायपुर. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने बयान जारी करते हुए यह कहा है कि छत्तीसगढ़ में युवाओं की बरोजगारी दर कम हुयी है। लेकिन भाजपाई बरोजगार हो गये है इसलिये भाजपा को सरकार के रोजगार के दांवो पर भरोसा नहीं हो रहा। 15 वर्षों तक कमीशन खोरी और मलाई चाटने के खेल में शामिल रहे भाजपाइयों को अब जनता ने बेरोजगार कर दिया है यही वजह है कि रह-रहकर उनके मन में पुरानी यादें कचोट रही है और कमीशनखोरी के सुनहरे दिनों की याद दिला रही हैं। भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबे भाजपाइयों को हर दिन अपनी बेरोजगारी का एहसास हो रहा है। यही वजह है कि अपने अनुभवों को बयान के रूप में भाजपाई सार्वजनिक कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल जी की सरकार ने रोजगार के अवसर सभी क्षेत्रों में समान रूप से उपलब्ध कराएं हैं। चाहे कृषि हो उद्योग हो बागवानी हो या सरकारी नौकरियों में भर्ती हो सभी जगह युवाओं के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध है। शिक्षाकर्मियों का नियमितीकरण नियमित शिक्षकों की भर्ती पुलिस की भर्ती सब इंजीनियर की भर्ती वन विभाग की भर्ती खाद्य विभाग की भर्ती लगभग सभी शासकीय विभागों में नियमित पदों पर भर्तियां हुई हैं और यह प्रक्रिया अभी भी चालू है। पिछले 3 वर्षों में जितनी सरकारी नौकरियां युवाओं को मिली। उतनी नियुक्तियां रमन सिंह के किसी एक कार्यकाल में कभी नहीं हुई है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि रमन सिंह ने ट्वीट कर कांग्रेस के रोजगार के आंकड़े को स्वीकार कर लिया है अब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भी रमन सिंह के पदचिन्हों पर चलकर आज के सच को स्वीकार करें कि भाजपा शासन काल में बेरोजगारी दर 22 फीसदी थी जो कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार में सिर्फ दो प्रतिशत रह गई है। यदि केंद्र की मोदी भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ से राजनीतिक भेदभाव न कर रही होती तो बेरोजगारी दर शून्य प्रतिशत पर पहुंच जाती। जो पूरे देश में एक कीर्तिमान होता। लेकिन तब भी भूपेश बघेल सरकार ऐसा नवा छत्तीसगढ़ गढ़ रही है जो महात्मा गांधी के रामराज की संकल्पना पर आधारित है।