लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता एस के चन्द्रा के खिलाफ रंजीत सिंह ने कलेक्टर से की शिकायत
बिलासपुर. गुरुवार को एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी बिलासपुर के कार्यपालन अभियंता एस के चन्द्रा के खिलाफ जल जीवन मिशन अंतर्गत निविदा में हो रही मनमानी,ठेकेदारों से सांठगांठ कर लेनदेन व निविदा बेचना व शासन को वित्तीय क्षति पहुंचाकर निविदा में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार को ज्ञापन सौंपाकर कार्यवाही करने की मांग की। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने बताया कि मुझे दैनिक समाचार पत्र एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कुछ ठेकेदारों के माध्यम से वहां निविदा में हो रहे भ्रष्टाचार की सूचना पुख्ता साक्ष्यों के साथ मिली। जिसे आज मैंने सभी साक्ष्यों को ज्ञापन के साथ संलग्न कर कलेक्टर महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया।कार्यपालन अभियंता एस के चन्द्रा पर पूर्व में भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग चुके हैं तथा उन पर भारत सरकार की जाँच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) द्वारा छापेमारी कार्यवाही की जा चुकी है जिसकी सूचना स्वयं ई.डी. ने 4 जून 2021 को अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से दी तथा समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला। कार्यपालन अभियंता एस के चन्द्रा अपने निजी लाभ हेतु नियमविरुद्ध अपने कुछ चहेते ठेकेदारों को निविदा के नियमों को छेड़छाड़ कर लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।रंजीत सिंह ने यह भी कहा कि जिस प्रकार से एक तरफ हमारे प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ को लगातार एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। उसके दूसरी तरफ ऐसे भ्रष्ट अधिकारी अपने निजी लाभ हेतु राज्य सरकार की छवि को धूमिल करते हुए राज्य को वित्तीय क्षति पहुंचा रहे हैं । जिस पर उच्च स्तरीय जांच कर कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है साथ ही कार्यपालन अभियंता एस के चन्द्रा के एक बेहद चहेते सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं जिनके माध्यम से ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर उनसे धनराशि अर्जित कर उनको निविदा प्रदान करने का काम किया जाता है उन पर भी ठोस कार्यवाही किया जावे। रंजीत सिंह ने कलेक्टर सौरभ कुमार को तीन दिवस के अंदर इस विषय पर कार्यवाही करने की मांग की है अथवा एनएसयूआई चौथे दिन सोमवार को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग बिलासपुर के कार्यपालन अभियंता एस के चन्द्रा के कार्यालय में तालाबंदी कर उग्र आंदोलन करेगी जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की होगी।