वाहन चेकिंग अभियान से हलाकान हुए शहरवासी
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. यातायात पुलिस द्वारा रोजाना वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है जिसके चलते शहरवासी हकाकान हो गये हैं। कभी तीन सवारी के नाम पर, तो कभी गाड़ी के कागजात के नाम पर, तो कभी हेलमेट के नाम पर लोग चालानी कार्यवाही से तंग आ चुके हैं। अब बिना मास्र्क वाहन चलाने पर जुर्माना किया जा रहा है। हेलमेट लगाकर, गाड़ी की कागजात साथ लेकर चलने वालों पर भी मास्र्क का उपयोग नहीं करने का जुर्माना वसूला जा रहा है। भीड़ भाड़ व जाम लगने वाले स्थानों पर नियंत्रण पाने में असफल पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही की शहरवासी घोर निंदा कर रहे हैं।
मालूम हो कि शहरवासियों को यातायात का पाढ़ पढ़ाने विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन पूरे एक माह तक किया गया। लोग इसका पालन भी करने लगे। लेकिन यातायात विभाग द्वारा रोज नये-नये नियम कायदे को लोगों के ऊपर लाद दिया जाता है और चालानी कार्यवाही की जा रही है। कोरोना काल में आर्थिक मंदी के गुजर रहे आम लोगों को पेट्रोल भरवाने के लाले पड़े हुए है इसके विपरित यातायात विभाग द्वारा बेतरतीब तरीके से चालानी कार्यवाही की जा रही है।
शनिचरी बाजार रपटा के पास वाहनों की धरपकड़ की जा रही थी इस दौरान तीन सवारी व मास्र्क का उपयोग नहीं करने का हवाला देकर पुलिस कर्मचारी चालान काटते रहे। इस दौरान जरूरी काम से घर से निकले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, वहीं अस्पताल जाने वाले भी परेशान होते रहे। अब सवाल यह उठता है कि सुगम यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए चालानी कार्रवाई जरूरी है फिर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कार्यवाही जरूरी? सड़कों में फैले अव्यवस्था के चलते जाम की स्थिति निर्मित होती है लेकिन पुलिस द्वारा जबरिया वाहन चालकों को निशाना बनाया जाता है सड़क पर सामान फैलाकर कारोबार करने वाले दुकान संचालकों पर लगातार कार्यवाही करने की आवश्यकता है। जनहित में पुलिस वरिष्ठ अधिकारियों को चालानी कार्रवाही से ध्यान हटाना होगा और मूल समस्या पर ध्यान होगा, नहीं तो कारोना काल में आर्थिक तंगी से गुजर रहे लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर हमेशा ऊंगली उठाते रहेंगे।