रूस ने यूक्रेन भेजी सेना, युद्ध की आहट के बीच UNSC की बैठक में भारत ने रखी अपनी बात
रूस ने यूक्रेन के साथ बने युद्ध के हालातों (Russia Ukraine Military Conflict) के बीच बड़ा कदम उठाया है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुगंस्क को अलग देश के रूप में मान्यता देने का ऐलान कर दिया है. वहीं रूस के राष्ट्रपति ने विद्रोहियों के साथ जल्द ही समझौतों पर हस्ताक्षर करने की भी बात कही है. इसे रूस की ओर से यूक्रेन में सेना भेजने की दिशा में उठाए गए कदम के रूप में देखा जा रहा है. फिलहाल अमेरिका (US) और ब्रिटेन (UK) ने रूस पर प्रतिबंध की बात कही है. वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भी यूक्रेन मसले पर हुई मीटिंग में कई देशों ने अपना बयान दिया है.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन संकट को लेकर बुलाई गई आपात बैठक में सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हुए कहा कि यूक्रेन और रूस की सीमा पर बढ़ता तनाव गंभीर चिंता का विषय है और इससे क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा प्रभावित हो सकती है.
यूक्रेन-रूस संकट पर भारत का बयान
UNSC में भारत के स्थाई सदस्य टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने यूक्रेन मसले पर भारत की तरफ से बयान दिया. उन्होंने कहा कि यूक्रेन सीमा पर विवाद बढ़ना चिंता की बात है. ताजा घटनाक्रम इलाके में शांति-सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं. नागरिकों की सुरक्षा जरूरी है. यूक्रेन में 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र और भारतीय लोग रहते हैं. भारतीयों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. आगे कहा गया कि भारत वैश्विक शांति और सुरक्षा पर जोर देता है. उम्मीद जताई गई है कि यह विवाद जल्द निपट जाएगा. तिरुमूर्ति ने कहा कि हम सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करते हैं. हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है.
भारतीयों की स्वदेश वापसी
यूक्रेन से भारत के लोगों को भारत लाने का सिलसिला शुरू हो गया है. एयर इंडिया की पहली फ्लाइट जो यूक्रेन की राजधानी कीव गई थी वह आज रात 10.15 तक दिल्ली में लैंड करेगी. भारत को यूक्रेन में मौजूद अपने सभी नागरिकों की चिंता है. भारतीय दूतावास वहां के हालात पर नजर बनाए रखने के साथ अपने लोगों के संपर्क में है.