संजय तरण पुष्कर बना जादुई चिराग : निगम का तोडू दस्ता छपाक..छपाक में भी माहिर

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. नगर निगम तोडू दस्ता के दो पहलवान, पानी के मास्टर बन गए हैं। मामला अतिक्रमण शाखा के दो पिछलग्गु नियमित और एक अनियमित कर्मचारियों का है। छत्तीसगढ़ में लोकड़हीन की परंपरा बिलासपुर नगर निगम निभा रहा है। तभी तो तोडू दस्ते के कर्मचारी अब तोडफ़ोड़ की बजाए, स्वीमिंग पुल में छपाक.. छपाक.. करवा रहे हैं। पूरा मामला समुद्र मंथन की तरह स्वीमिंग पुल मंथन का है। वो कहते हैं कि गुड़ है तो मक्खी रहेगा ही। अब स्वीमिंग पुल चाशनीमय हो गया है, ये तो होना ही था। बताया जा रहा है कि संजय तरण पुष्कर में पर डे दस हजार से भी अधिक कमाई गिर रही है।

नगर निगम अतिक्रमण शाखा में रहकर लाखों रूपये बंटोरने वाले दागदार नियमित व एक अनियमित कर्मचारी इन दिनों संजय तरण पुष्कर में अपनी ड्यूटी बजा रहे हैं। एक सीमित संख्या में ही स्वीमिंग पुल में प्रवेश देना होता है लेकिन यहां सारे नियमों को दर किनार कर संख्या से ज्यादा लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है। नगर निगम के आला अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। पर्ची के हिसाब से राशि जमा की जा रही है ,जबकि एक पर्ची में 4 लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है। कोरोना काल में दो सालों तक संजय तरण पुष्कर को बंद रखा गया था। इसके बाद 11 मई से इसे फिर से खोला गया है। भले ही नगर निगम बिलासपुर को दुधिया रौशनी से जगमगा रहे स्वीमिंग से फायदा पहुंचे या न पहुंचे, ये दोनों कर्मचारी अपना हिस्सा बखूबी निकालना जानते हैं।

एक का चार
इन दोनों कर्मचारियों ने ऐसा गणित फिट किया है कि एक व्यक्ति के सिंगल पर्ची में चार लोग पानी में हाथ-पैर मारने अंदर भेजे जा रहे हैं। इसे कहते है समुद्र का लहर गिनाकर पैसा कमाना। अतिक्रमण विभाग में भी इन दोनों कर्मचारियों की तूती बोलती थी। जब्त किए गए माल ेको छोडऩे के एवज उगाही का जिम्मा भी इन्हीं के हाथों में था।

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